मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुरजीत कौर को करवाया आप में शामिल .. कहा, मैं बहन जी को सरकार में दूंगा अच्छी जिम्मेदारी ..
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब में पहले ही हाशिये पर चल रही श्रीमणि अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा ज़ब वेस्ट हल्का में होने वाले उप चुनाव से पहले ही अकाली दल की उमीदवार ने ही पार्टी छोड़ कर आप का दामन थाम लिया। अकाली उमीदवार सुरजीत कौर के पार्टी बदलने से हल्का वेस्ट में 10 जुलाई को होने वाले उप चुनाव को लेकर सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। अकाली दल ने स्वर्गीय जथेदार प्रीतम सिंह की पत्नी सुरजीत कौर को टिकट दी थी, लेकिन आज मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुरजीत कौर को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है।
सुरजीत कौर को पार्टी में शामिल करवाते समय सीएम मान ने कहा कि इस परिवार ने जेल भी काटी है और लोगों की मुश्किलें भी सुनता आया है। सुरजीत कौर का परिवार कुर्बानी वाला परिवार है, मगर अकाली दल ने कुर्बानी को मोल नहीं मोड़ा। उनमें बहुत भारी रोष है कि खुद की निजी लड़ाई के कारण शिअद ने कुर्बानियां देने वाले परिवार से जलालत भरा सलूक किया है। मान ने कहा कि मामला इतना बढ़ गया कि वह टिकट से मुकर गए। सीएम मान ने कहा कि पार्टी ने खुद टिकट दी और उसी के आधार पर प्रचार करना शुरू किया गया। देश में पहली बार ऐसा होगा कि कोई पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे और उसे समर्थन न देकर विरोधी पार्टी को समर्थन दे रही है। सीएम मान ने कहा कि सुरजीत कौर के परिवार ने कभी टिकट की मांग नहीं की थी, बल्कि सेवा करते-करते उसे टिकट मिली तो उन्होंने स्वीकार कर ली। सीएम मान ने आगे कहा कि मगर मुझे आज मान हो रहा है कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा परिवार जुड़ रहा है। परिवार अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल हुआ है। सीएम मान ने सुरजीत कौर को जॉइन करवाने के बाद कहा कि मैं बहन जी को सरकार में अच्छी जिम्मेदारी दूंगा। जिस लेवल पर भी होगा, हम सरकार में सुरजीत कौर को जगह देंगे। उधर शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सुरजीत कौर के आप में शामिल होना बागी गुट के लिए तगड़ा झटका है। पार्टी ने पहले सुरजीत कौर को उम्मीदवार बनाने से मना कर दिया था। उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए कहा था। पार्टी ने यह सीट बसपा के लिए छोड़ी हुई थी।