नियमित रूप से वॉकिंग करने से मिल सकती है कोलेस्ट्रॉल, बीपी और डायबिटीज से राहत
टाकिंग पंजाब
जालंधर। आज के जमाने में अधिकतर लोगों के पास बाइक, स्कूटी या कार होती हैं, जिससे वे बाहर के सभी काम करते हैं। इसकी वजह से उनका चलना फिरना नहीं हो पाता और फिजिकल एक्टिविटी की कमी हो जाती है. स्वस्थ रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी होती है। अगर आप नियमित रूप से सुबह या शाम को टहलना शुरू कर दें, तब आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। वॉक करने से शरीर फिट और तंदुरुस्त रहता है। नियमित रूप से वॉकिंग करने से कोलेस्ट्रॉल, बीपी और डायबिटीज से राहत मिल सकती है। आपको वॉकिंग के 5 बेहतरीन फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको चौंका देंगे। मगर इनको करने के साथ साथ डॉक्टर से अपना चेकअप जरूर करवाना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल तेजी से होगा कम :- रोज करीब 30 मिनट तक ब्रिस्क वॉक करने से हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को काफी राहत मिल सकती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से कम हो सकता है। एक्सरसाइज करने से भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है। नियमित रूप से ब्रिस्क वॉक करने से हार्ट डिजीज का खतरा भी काफी कम हो सकता है।
बीपी की होगी छुट्टी :- एक रिसर्च में पता चला था कि दिन में तीन बार दस मिनट की मॉडरेट या ब्रिस्क वॉक करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में आसानी होती है। वॉक करने से ब्लड वेसल्स की स्टिफनेस दूर हो जाती है और खून का फ्लो आसानी से बेहतर हो सकता है। इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल जाएगी। वॉक करने से शरीर में ब्लड फ्लो आसानी से होता है और खून की धमनियों को कोई नुकसान नहीं होता है।
वजन घटाने में कारगर :- वॉक करने से आपको कैलोरी बर्न करने में मदद मिल सकती हे। कैलोरी बर्न होने से आपको वजन कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। हालांकि वॉकिंग का से आपका वजन कितना कम होगा, यह कई बातों पर निर्भर करता है। आपके वॉक करने की स्पीड और तय की दूरी से वजन कम होने का सीधा कनेक्शन है। आप कैलोरी कैलकुलेटर के माध्यम से अपनी वास्तविक कैलोरी बर्न का निर्धारण कर सकते हैं।
डायबिटीज से मिलेगी राहत :- खाने के बाद थोड़ी देर वॉक करने से आपके ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में पाया गया कि दिन में 3 बार, ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद 15 से 30 मिनट तक वॉक करने से ब्लड शुगर के स्तर में काफी सुधार हुआ। भोजन के बाद टहलने को अपना रूटीन बनाना बेहद लाभकारी है। यह आपको पूरे दिन फिजिकली करने में भी मदद कर सकता है।
घुटनों का दर्द होगा कम :- नियमित रूप से वॉक करने से आपके घुटनों और अन्य जॉइंट्स पेन को कम करने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि टहलने से जोड़ों को सहारा देने वाली मांसपेशियों को चिकनाई और मजबूत बनाने में मदद मिलती है। चलने से अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को दर्द कम करने जैसे लाभ भी मिल सकते हैं। सप्ताह में 7-8 किलोमीटर पैदल चलने से भी अर्थराइटिस को रोकने में मदद मिल सकती है, लेकिन इसके साथ अपने डॉक्टर ki💐राय लेना बिलकुल नहीं भूले।