ट्वीट कर कहा, पुराने कर्ज़ चुकाने के लिए नया कर्ज़ ले रही सरकार .. अरविंद केजरीवाल का वादा झूठ से ज्यादा कुछ नहीं
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच बाजवा ने एक बार फिर पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने रेत खनन से 20 हजार करोड़ रुपए का राजस्व और राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करके 34 हजार करोड़ रुपए जुटाकर पंजाब के बढ़ते कर्ज के बोझ को हल करने का वादा किया था, जो कि आज वह दावे झूठे साबित हो गए हैं।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आगे लिखा कि क्यों पंजाब सरकार पुराने कर्ज़ को चुकाने के लिए नया कर्ज़ ले रही है ? यह किए गए हर वादे के ख़िलाफ़ है। अरविंद केजरीवाल का वादा झूठ से ज्यादा कुछ नहीं है। आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की तरफ से आम आदमी पार्टी के 32 विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया गया था, जिस पर सीएम मान ने कहा था कि बाजवा निराधार बयान जारी करके हवाई किले बना रहे हैं। बाजवा के यह कल्पनाशील बयान राज्य के मुख्यमंत्री बनने की उनकी महत्वाकांक्षा से प्रेरित हैं। उन्होंने बाजवा पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने की बात करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि अगर बाजवा इतने साहसी हैं तो उन्हें इस मुद्दे पर अपने पार्टी आलाकमान से बात करें। सीएम मान ने कहा कि बाजवा कल्पना में जी रहे हैं और लोगों को गुमराह करने के लिए आधारहीन और तथ्यहीन बयान जारी कर रहे हैं। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के 32 विधायक उनके संपर्क में हैं. प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि पंजाब में कांग्रेस के पास 18 सीटें हैं और 32 आप विधायकों के समर्थन से उनकी पार्टी सत्तारूढ़ सरकार को उखाड़ फेंक सकती है। प्रताप सिंह बाजवा के बयान के जवाब में पंजाब के मुख्यमंत्री ने मान मंगलवार को उनकी आलोचना करते हुए कहा था कि “मुझे पता है कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनने की आपकी महत्वाकांक्षा को विफल कर दिया।
सीएम मान ने कहा कि मैं पंजाब के तीन करोड़ लोगों का नुमाईंदा हूं, आपकी तरह कुर्सी का तिकड़मबाज नहीं। सीएम मान ने प्रताप बाजवा को चुनौती देते हुए कहा यदि हिम्मत है तो हाईकमान के साथ बात करो। वहीं राज्याल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा पंजाब सरकार से खर्च का हिसाब मांगे जाने को लेकर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का भी बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल को केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए। हमें पिछली सरकारों से कर्ज विरासत में मिला है। आप सरकार की तरफ से पुरानी सरकारों के करीब 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का हजारों करोड़ रुपए का ब्याज चुकाया है। वहीं अगर राज्यपाल को पंजाब की वास्तव में चिंता है तो आरडीएफ का फंड दिलवाने में आप सरकार की मदद करें।