इससे पहले केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा… केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल को मारना चाहती है
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति केस में 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं। अब दिल्ली सीएम का तिहाड़ जेल में इंसुलिन लेने को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस मामले को लेकर तिहाड़ जेल की रिपोर्ट के आधार पर अधिकारियों ने कहा था कि केजरीवाल ने पिछले कुछ महीने से इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था। वह अपनी गिरफ्तारी के समय वह मेटफॉर्मिन नाम की एक साधारण मधुमेह रोधी गोली का सेवन कर रहे थे। इस बात का कड़ा जवाब देते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने डायबिटीज़ स्पेशलिस्ट डॉक्टर के साथ वीडियो कंसल्टेशन की अपील की थी लेकिन इसका ईडी व तिहाड़ प्रशासन ने विरोध किया है। इतना ही नहीं, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी कहा कि हम अरविंद केजरीवाल की उनके डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग नहीं करने देंगे। ये कहा गया कि एम्स के डॉक्टर से कंसल्ट कराएंगे लेकिन ईडी और तिहाड़ प्रशासन ने जब एम्स के डॉक्टर का पक्ष रखा तब तक उन्होंने एम्स के किसी डॉक्टर से अरविंद केजरीवाल की बात नहीं कराई थी। दो दिन पहले तक उन्होंने एम्स में डॉक्टर की रिक्वेस्ट भी नहीं की थी। आतिशी ने आगे कहा कि कोर्ट में उनकी तरफ से कहा गया कि एम्स के डॉक्टर्स ने डाइट चार्ट बनाया है और इसके आधार पर उन्होंने अरविंद केजरीवाल के इन्सुलिन का विरोध किया है। लेकिन यह डाइट चार्ट डायबिटीज़ डिपार्टमेंट से नहीं बल्कि साधारण न्यूट्रीशियन से बनवाया गया है। उन्होनें आगे कहा कि उस डाइट चार्ट पर साइन करने वाली डॉक्टर एम्स की डायटीशियन हैं। ईडी और तिहाड़ प्रशासन कोर्ट को गुमराह कर रहा है, इसका षड्यंत्र किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल अपने डॉक्टर से कंसल्ट न कर सकें और उन्हें इन्सुलिन न दिया जा सके। बता दें कि इससे पहले आतिशी ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार केजरीवाल को मारने की साजिश कर रही है। इनके अलावा आप सुप्रीमों केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल को मारना चाहती है। उन्हें जेल में सही दवा नहीं दी जा रही। अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया गया। ये सरकार की तानाशाही को दर्शाता है।