पार्टी ने 2019 में जीती थी 62 सीटें… इस बार भाजपा को मिली मात्र 33 सीटों पर ही जीत.. केंद्रीय नेतृत्व ने परिणाम समीक्षा की शुरू
टाकिंग पंजाब
लखनऊ। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रर्दशन पर माथापची शुरू हो गई है। इस चुनाव में भाजपा के देश भर में किए गए प्रर्दशन पर बात तो हो रही है, लेकिन सबसे ज्यादा सवाल यूपी में भाजपा के खराब प्रर्दशन पर किए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा को 33 सीटों पर ही जीत मिली है, जबकि 2019 में 62 सीटों पर पार्टी जीती थी। इसके चलते भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा शुरू कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी से रिपोर्ट लेने के बाद संगठन महामंत्री धर्मपाल से भी खराब प्रदर्शन के कारणों के बारे में केंद्रीय नेतृत्व जानकारी लेगा। दरअसल लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक का नेतृत्व चिंतित है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी को दिल्ली बुलाकर चुनाव के खराब परिणामों पर चर्चा की थी। प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें पार्टी की तरफ से चुनाव के बाद तैयार की गई रिपोर्ट भी सौंपी थी। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर प्रदेश के राजनीतिक हालात की जानकारी दी थी। लोस चुनाव के परिणाम को लेकर प्रदेश अध्यक्ष के अलावा संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने भी पार्टी मुख्यालय सहित कई जिलों में बैठकें करके खराब प्रदर्शन के कारणों को जाना है। साथ ही एसटीएफ की 40 टीमों का गठन कर हर लोस क्षेत्र की रिपोर्ट तैयार करवाई गई व इसे कंपाइल भी करवाया गया। कुछ दिन पहले लखनऊ में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ इस रिपोर्ट पर भी चर्चा होनी थी, लेकिन कम समय होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। भाजपा इस लिए ज्यादा चिंतित है कि लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा को 33 सीटों पर ही जीत मिली है, जबकि 2019 में 62 सीटों पर पार्टी जीती थी। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने अपनी तरफ से केंद्रीय नेतृत्व को सारी जानकारी दे दी है। जल्द ही महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों से भी केंद्रीय नेतृत्व फीडबैक लेगा।