तीनों राज्यों में 5-5 से ज्यादा दिखाई दे रहे हैं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार.. लेकिन पार्टी नए चेहरों पर भी लगा सकती है दाव
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। देश के तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ में अपनी जीत का परचम लहराने के बाद भाजपा की नजरें अब 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तरफ गढ गई हैं। इन तीन हिन्दी पट्टी कहे जाने वाले राज्यों में जीत मिलने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी यहां नए चेहरों को शीर्ष पद के लिए चुन सकती है। पार्टी सूत्रों की माने तो भाजपा इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों का चुनाव लोकसभा चुनाव 2024, यानी आम चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर करने जा रही है।
मंगलवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर साढ़े चार घंटे तक बैठक चली, जिसमें तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों पर विचार किया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा शामिल थे। घंटों तक चली इस मैराथन बैठक से पहले अमित शाह व जेपी नड्डा ने तीनों राज्यों के प्रभारियों के साथ कई बैठकें भी की थीं, जिनमें राज्य के नेताओं के बारे में फीडबैक एकत्र किया गया था। माना जा रहा है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जल्द ही तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जा सकती है।
यह पर्यवेक्षक तीनों राज्यों में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठकों की निगरानी करेंगे, जिनमें विधानसभा के नेताओं का चुनाव किया जाएगा। देखा जाए तो मध्य प्रदेश में निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं ही, लेकिन केंद्रीय मंत्रियों प्रह्लाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा नरेंद्र सिंह तोमर और साथ ही राज्य के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के नाम भी दावेदारों की सूची में शामिल हैं। राजस्थान में भी शीर्ष पद के लिए भी अनेक नाम चर्चा में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राज्य की नई विधानसभा में विधायक निर्वाचित हुई ही हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल, राज्य पार्टी अध्यक्ष सीपी जोशी तथा प्रमुख राज्य नेता दीया कुमारी और महंत बालकनाथ को भी संभावितों के रूप में देखा जा रहा है। उधर छत्तीसगढ़ में भी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण कुमार साव, नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक और पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है। बहरहाल, इन तीनों राज्यों में भाजपा के कोटे से किसकी किस्मत खुलती है, यह तो आने वाला समय ही बताऐगा, क्योंकि बीजेपी नेतृत्व अपने चयन से हैरान कर देने के लिए काफी मशहूर है।