ट्वीट करके कहा..पटवारी, क्लर्क, आबकारी इंस्पेक्टर परीक्षा में पहले 5 टॉपर फेल हुए, लेकिन तहसीलदार परीक्षा में टॉप किया है.. यह कैसे संभव है ?
खैहरा ने आगे कहा कि इस घोटाले की तुरन्त जांच के लिए आदेश जारी किए जाएं क्योंकि उम्मीदवार अपना रिजल्ट जानने के लिए उत्तेजित है। उन्होंने कहा कि पीपीएससी सूचि की अधिक जांच में इस परीक्षा में सफल होने वालेऐसे ओर भी फेल उम्मीदवारों का पता चलेगा। सुखपाल खैहरा ने ट्वीट के साथ कुछ तस्वीरें भी ट्वीट की हैं, जिसमें 5 टॉपर के अंक संलग्न हैं। खैहरा के इस ट्वीट के बाद ट्वीटर पर खैहरा समर्थकों व आप समर्थकों के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिल रही है। खैहरा के ट्वीट पर एक व्यक्ति ने नीचे मैसेज में लिखा है कि सिर्फ नायब तहसीलदार एग्जाम नहीं बल्कि फंक्शनल मैनेजर और एनलिस्ट एग्जाम में भी ऐसा ही हुआ है। एक अन्य ने लिखा कि रिपोर्टस हैं कि नायब तहसीलदार की एक वैकेंसी के लिए 80 लाख रुपए दिए गए हैं। यह पंजाब का सबसे बड़ा स्कैम है। इस मैसेज के जवाब में भारी संख्या में यूजर्स ने खैहरा का साथ दिया है।
इसके अलावा कुछ यूजर्स ने इस मैसेज के लिए खैहरा को भला-बुरा भी कहा है। एक यूजर्स ने आप के हक में लिखा है कि यह जरूरी नहीं कि कोई पहले एग्जाम में फेल हुआ है तो अगले में टॉप नहीं कर सकता। खैहरा के इस इल्जाम के बाद पंजाब की सियासत में एक बार फिर से उबाल आ गया है। अब देखना है कि यह उबाल कितनी देर तक रहता है।