हवा में फैल गई थी हाइड्रोजन सल्फाइड, … बेटी कल्पना को एमबीबीएस करवा कर डॉक्टर बनाना चाहते थे पिता डॉ. कविलाश
टाकिंग पंजाब
लुधियाना। लुधियाना के ग्यासपुरा में हुए गैस लीक कांड में 11 लोगों की मौत का कारण सामने आने लगा है। एनडीआरएफ की जांच में पता चला है कि हाइड्रोजन सल्फाइड के हवा में फैल जाने के कारण ही 11 लोगों की मौत हुई। जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि बीते कल जब वह ग्यासपुरा पहुंचे तो वहां की हवा में इस गैस का लेवल 200 के पार था व यह गैस सीवरेज से निकल रही थी। जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि गैस बनी कैसे, इसकी जांच की जा रही है। गैस रिसाव का खुलासा सीवरेज से लिए गए सैंपलों से हुआ।

फोरेंसिक टीम ने जब सीवरेज के सैंपल लेकर खरड़ केमिकल लैब में भेजे तो तो पता चला कि सीवरेज में हाइड्रोजन सल्फाइड के अंश है। इस गैस के असर को कम करने के लिए निगम की मदद से सीवरेज लाइन में कास्टिक सोडा डाला गया। जांच अधिकारियों का कहना है किहाइड्रोजन सल्फाइड गैस इतनी खतरनाक है कि एक बार सांस लेने पर फेफड़ों द्वारा सोख ली जाती है। यह न्यूरोलॉजिकल और कार्डियक टिश्यू को प्रभावित करती है। इससे कार्डियक अरेस्ट या मृत्यु भी हो सकती है। डॉक्टरों ने बताया कि हालांकि मरने वालों के फेफड़े ठीक हैं। इस गैस से उनके ब्रेन पर इफेक्ट किया, जिसके कारण यह मौत हुई।


डॉ. कविलाश ओर उसका पूरा परिवार सो रहा था, कि गैस लीक हो गई। परिवार बेसुधी में तड़पा रहा। जो कोई भी मदद के लिए जाता वहीं बेहोश होकर गिर जाता। गैस इतनी जहरीली थी कि परिवार को संभलने का मौका नहीं मिला व पूरे परिवार को जहरीली गैस ने मौत की नींद सुला दिया। घटना स्थल पर जब तक पुलिस या राहत टीम पहुंची तब तक परिवार दम तोड़ चुका था। आस-पास के लोगों ने बताया कि डॉक्टर कविलाश बहुत ही मिलनसार इंसान थे। हादसे में ग्यासपुरा में करियाना स्टोर चलाने वाले गोयल कोल्ड ड्रिंक्स के मालिक सौरव गोयल (35), पत्नी प्रीति (31) और उसकी मां कमलेश (60) की मौत हो गई। सौरव का भाई गौरव सिविल अस्पताल में भर्ती है। सौरव का एक साल का बच्चा है। मां-पिता की मौत के बाद यह बच्चा अनाथ हो गया है।

