
आप नेता के कई आरोपियों के साथ थे घनिष्ठ संबंध.. उनमें व्यवसायी दिनेश अरोड़ा भी थे शामिल
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर प्रवर्तन निदेशालय यानि कि ईडी ने एक व्यवसायी से 2 करोड़ रुपए लेने के आरोप लगाए हैं। यह आरोप एजेंसी ने माननीय अदालत के सामने अपना पक्ष रखते हुए लगाए थे। ईडी का आरोप है कि संजय सिंह दिल्ली शराब नीति घोटाले में “प्रमुख साजिशकर्ता” थे ओर यह रूपए दिल्ली शराब नीति मामले में मनी ट्रेल का हिस्सा थे।

ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि आप नेता के कई आरोपियों के साथ घनिष्ठ संबंध थे, जिनमें व्यवसायी दिनेश अरोड़ा भी शामिल थे। दिनेश हाल ही में इस केस में सरकारी गवाह बने थे। एजेंसी ने रिमांड की मांग के दौरान कहा कि आरोपी (संजय सिंह) नीति निर्धारण के माध्यम से निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की आपराधिक साजिश में शामिल था। ईडी ने अदालत को बताया कि उसने आप सांसद के परिसर से डिजिटल सबूत जब्त कर लिए हैं और उनसे आमना-सामना कराया जाएगा। इसमें आरोप लगाया गया कि पैसा अरोड़ा के कर्मचारी सर्वेश ने पहुंचाया था।

उधर प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी नेता और सांसद संजय सिंह के तीन करीबियों को समन भेजा है। इनमें विवेक त्यागी, सर्वेश मिश्रा और कंवरबीर सिंह का नाम शामिल है। सर्वेश मिश्रा आज ही ईडी के सामने पेश हो सकते हैं। ईडी का कहना है कि सर्वेश ने संजय सिंह के घर पर उनकी तरफ से दो बार में 2 करोड़ रुपए लिए थे। वहीं संजय के पर्सनल असिस्टेंट विजय त्यागी को आरोपी अमित अरोड़ा की कंपनी अरालियास हॉस्पिटैलिटी के कमर्शियल प्रॉफिट में हिस्सा ऑफर किया गया था।

ईडी के वकील ने अदालत को बताया कि अपराध की आय से संजय सिंह का सीधा संबंध है। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने संजय सिंह को 10 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है, ताकि ईडी उनसे पूछताछ कर सके। न्यायाधीश ने कहा कि आरोपी के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों और अदालत के समक्ष पेश किये गए सबूतों से दो करोड़ रुपये प्राप्त करके अपराध की आय से संबंधित गतिविधियों के साथ उसकी सीधी सांठगांठ के आधार पर हिरासत में पूछताछ आवश्यक प्रतीत होती है। इसलिए संजय सिंह को पांच दिन की रिमांड में भेजा जा रहा है। हालांकि संजय सिंह की गिरफतारी को लेकर आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रर्दशन कर रही है।

आम आदमी पार्टी का कहना है कि संजय सिंह की गिरफ्तारी 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्षी दलों के विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के तहत एक साथ आने से भाजपा की “हताशा” का परिणाम थी। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई गिरफ्तारी के विरोध में जालंधर के एमपी सुशील रिंकू, मंत्री बलकार सिंह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर नकोदर चौक के पास धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपनी दमनकारी नीतियों से विरोधियों को दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि देशभर में भारतीय जनता पार्टी का ग्राफ गिर रहा है।

अपनी हार देखकर बौखलाई भाजपा सरकार एक ही दिन में ईडी की 50-50 जगह छापेमारी करवा रही है। जालंधर के सांसद सुशील रिंकू ने कहा कहा राजस्थान समेत अन्य राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने एक सर्वे करवाया था। इसमें कहा गया कि किसी भी राज्य में भाजपा की सरकार नहीं आ रही है। भाजपा अब अगले साल होने जा रहे 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर भी डरी और घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की यह हरकतें कर रहे हैं उनकी घबराहट साफ नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि वैसे भी जिस शराब घोटाले के मामले में मनीष सिसोदिया जेल में बंद किया हुआ है वह सारे का सारा फर्जी मामला है। उन्होंने कहा कि इतनी छापेमारी के बावजूद भी ED खाली हाथ है।

