
जालंधर में दिल्ली-जम्मू नेशनल हाईवे पर भारी जाम .. रेलवे ट्रैक पर कमांडों-पुलिस फोर्स की गई तैनात..आम जनता बेहद परेशान..
टाकिंग पंजाब
जालंधर। गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर धरना दे रहे किसान संगठनों व सरकार के बीच बात न होने से हालात ओर खराब होते जा रहे हैं। सरकार की तरफ से किसानों की मांग को न माने जाने पर किसानों ने अब आज 12 बजे धन्नोवाली फाटक पर ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है। किसानों के धरने के कारण जालंधर में दिल्ली-जम्मू नेशनल हाईवे तीसरे दिन भी बंद है। सरकार किसानों से बात करने को लेकर तैयार नहीं हुई है, जिसके बाद किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए धरने की जगह पर भारी पुलिस फोर्स लगा दी गई है।

आपको बता दें कि बुधवार को सीएम भगवंत मान के किसानों को हाईवे जाम कर लोगों को परेशान न करने की नसीहत दी थी। इसके बाद से ही जालंधर पुलिस किसानों के धरने को लेकर सख्त दिख रही है। किसानों को ट्रेनें रोकने के लिए रेलवे फाटक पर जाने से रोकने को भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। यहां कमांडोज की भी तैनाती की गई है। वाटर कैनन भी वहां लाया गया है। ऐसे में अगर वहां माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। एक तरफ जहां किसान अपनी जिद्द से टस से मस होने के तैयार नहीं हैं, वहीं सरकार भी किसानों के आगे झुकने को तैयार नहीं है। इनके बीच में आम जनता पिस रही है, जिसका इस जा के कारण बुरा हाल है।

पुलिस ने लोगों की परेशानी को कम करने के लिए ट्रैफिक रूट में बदलाव किया है। इस रूट के अनुसार दिल्ली, पानीपत, अंबाला, लुधियाना जाने के लिए रूट इस प्रकार बनाया गया है। इसके लिए अमृतसर, पठानकोट, होशियारपुर से दिल्ली, पानीपत, अंबाला, करनाल और लुधियाना की ओर जाने वाले लोगों के लिए रामामंडी के पास स्थित तलहण गांव से रूट डायवर्जन लगाया गया है। यह रास्ता फगवाड़ा के पास से निकलता है। इसके अलावा जालंधर के रामामंडी में स्थित दकोहा से होते हुए परागपुर तक का रूट भी है, हालांकि उक्त रूट पर भारी वाहनों का आना मना है, लेकिन पुलिस इस रूट को भी खोल सकता है।

इसके साथ ही अमृतसर, पठानकोट, होशियारपुर के लिए रूट के लिए इस तरह से प्लानिंग की गई है। इसके लिए दिल्ली, पानीपत, करनाल, अंबाला, लुधियाना से आने वाले लोगों के लिए जालंधर पुलिस ने सिटी के परागपुर के पास से रूट डायवर्सन लगाया है। अमृतसर, पठानकोट, होशियारपुर जाने वाले ट्रैफिक को परागपुर गांव से होते हुए जालंधर सिटी के अंदर से निकला जा रहा है। वहां से दोबारा ट्रैफिक को बीएसएफ चौक के जरिए हाईवे पर भेजा जा रहा है। लुधियाना से आने वाले लोग फगवाड़ा से जालंधर के थाना सदर के एरिया से होते हुए लांबड़ा की ओर भी आ सकते हैं, जिससे मोगा, फिरोजपुर, फाजिल्का जाने वाले लोगों को मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि इससे पहले किसानों के धरने को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने ट्वीट कर कहा था कि किसान यूनियनों से मेरा अनुरोध है कि हर बात के लिए सड़कें बंद करके आम लोगों को अपने खिलाफ न करें। सरकार से बात करने के लिए चंडीगढ़ का पंजाब भवन, सचिवालय, कृषि मंत्री का कार्यालय और मेरा कार्यालय घर पर ही है। अगर यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं जब धरना देने के लिए लोग नहीं मिलेंगे.. लोगों की भावनाओं को समझें। इस तरह से जनता को परेशान मत करें व बातचीत से मसले का हल करने की कोशिश करें। इस तरह से जनता कोपरेशान करना सहीं नहीं है।

उधर किसानों नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर इनकी मांग न मानी गई तो 25 नवंबर को ही किसान ट्रैक्टर लेकर बढ़ेंगे, अगर सरकार उन्हें रोकेगी तो वह पूरे पंजाब के हाईवे जाम करेंगे। किसानों ने कहा कि 26 नवंबर को किसान चंडीगढ़ के ट्रिब्यून चौक से चंडीगढ़ सिटी की ओर बढेंगे और जहां पुलिस द्वारा उन्हें रोका गया, वह वहीं पर बैठ जाएंगे। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि हम 26 नवंबर को आपके घर आ रहे हैं।

