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चायनीज माल ने दिया धोखा.. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की एक भी मिसाइल नहीं पकड़ सका पाकिस्तान का एयर डिफेंस
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशनसिंदूर’ को बेहद सटीकता से अंजाम देते हुए पहलगाम हमले का बदला ले लिया। इस हमले में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। हालांकि इस हमले के बाद एक बात जो निकलकर सामने आ रही है, वो यह है कि पाकिस्तान, भारत की एक भी मिसाइल को क्यों नहीं पकड़ सका। पाकिस्तान ने चीन से करोड़ों डॉलर फूंककर HQ-9 मिसाइल सिस्टम खरीदा था, लेकिन नतीजा क्या निकला ? यह हर किसी को पता है। पाकिस्तान का पूरा एयर डिफेंस सिस्टम ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त हो गया और भारत ने 9 टेरर कैंप तबाह कर डाले। आइए जानते हैं कि कैसे पाकिस्तान की ‘चाइनीजशील्ड’ रेत की दीवार साबित हुई। ऑपरेशन सिंदूर से पहले जिन्हें लग रहा था कि भारत सिर्फ चेतावनी देकर रह जाएगा, अब उनके होश ठिकाने आ गए हैं। रात के अंधेरे में जब पाकिस्तान चैन की नींद सो रहा था, तभी भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए आतंक के अड्डों पर ऐसा वार किया कि पूरा इस्लामाबाद हिल गया और सबसे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान का एयर डिफेंस जो चीन के HQ-9 सिस्टम पर टिका था, वो ध्वस्त हो गया, बिलकुल फेल हो गया। दरअसल पाकिस्तान कई सालों से दावा करता रहा है कि उसके पास HQ-9 है। यह एक लॉन्ग-रेंज मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो चीन से लिया गया है। यह वही सिस्टम है जो रूस के S-300 जैसा बताया जाता है। दावा था कि यह हवा में ही मिसाइल को इंटरसेप्ट कर लेता है। हालांकि सच्चाई दावों से बेहद अलग लग रही है। एक भी भारतीय मिसाइल को यह HQ-9 सिस्टम ट्रैक तक नहीं कर पाया। इससे दो बातें साफ है कि या तो HQ-9 ने मिसाइलों को डिटेक्ट ही नहीं किया, या फिर डिटेक्ट किया, लेकिन रिएक्ट करने का टाइम ही नहीं मिला। मतलब करोड़ों डॉलर का चीनी सिस्टम सिर्फ शो-पीस बनकर रह गया। अब भारत की बात करें तो यह ऑपरेशन यूं ही अचानक नहीं हुआ। डिफेंस सूत्रों की मानें तो पिछले कई दिनों से टेरर अड्डों को लेकर इंटेलिजेंस जुटाई जा रही थी। हर टारगेट की लोकेशन, मूवमेंट और स्ट्रक्चर को स्टडी किया गया। भारत ने इस मिशन में अपनी सबसे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया। राफेल फाइटर जेट्स ने SCALPक्रूजमिसाइल्स व हैम्मर व प्रिसिजन-गाइडेड बम्स का इस्तेमाल किया। साथ ही लॉइटरिंगम्यूनिशन्स का इस्तेमाल किया जो कि ऐसे हथियार हैं जो टारगेट के ऊपर मंडराते हैं और फिर सटीक निशाना लगाते हैं। इन हथियारों की खास बात यह थी कि यह रात में और किसी भी मौसम में सटीक निशाना लगा सकते हैं। यही वजह थी कि भारत ने सारे टारगेट्स को बिना किसी कॉलेटरल डैमेज के खत्म कर दिया। मैसेज क्लियर था कि भारत अब आतंकवादियों के घर में घुसकर मारेगा और कोई बहाना नहीं सुना जाएगा। अब भारत कोई रिस्क नहीं ले रहा है। बॉर्डर के पास के 244 जिलों में हाई अलर्ट है। सिविल डिफेंस ड्रिल्स चल रही हैं और सभी इंटेलिजेंस एजेंसियां एक्टिव हैं।