खाली हाथ लौटी मेडीवर्ल्ड पर रेड करने गई ड्रग विभाग की टीम 

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शहर में चर्चा.. अस्पताल में वकई कुछ नहीं था या फिर लीक हो गई थी रेड की खबर

टाकिंग पंजाब

जालंधर। पुलिस को एक अस्पताल के खिलाफ शिकायत मिली था कि इस अस्पताल में बिना बिल के दवाईयों को स्टाक किया गया है। पुलिस ने इस शिकायत के अधार पर  ड्रग विभाग की टीम को साथ लेकर शहीद उद्दम सिंह नगर स्थित डॉ. मुनीष खुराना के अस्पताल मेडीवर्ल्ड पर रेड कर दी।

  रेड के दौरान डॉ. मुनीष खुराना तो अस्पताल में नहीं मिले लेकिन उन्होंने अपने किसी स्टाफ को कह दिया कि वह ड्रग विभाग की टीम को चैकिंग करवा दे। रेड करने आए एसएचओ कमलजीत सिंह व ड्रग इंस्पेकटर अनुपमा कालिया ने व उनकी टीम ने अस्पताल का चप्पा चप्पा छान मारा, लेकिन उन्हें अस्पताल में ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिसकी उन्हें शिकायत मिली थी।

  इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर व उनकी टीम अस्पताल से बैंरग ही वापस लौट गई। शहर में हुआ यह किस्सा अब चर्चा का विष्य बना हुआ है। लोग बातें कर रहे हैं कि पुलिस को मिली सूचना गलत थी या फिर सूचना ही लीक हो गई थी। यह चर्चा इस लिए छिड़ी है कि ड्रग विभाग की टीम ने मैडीवर्ल्ड अस्पताल में रखी अलमारियां, दराज व कोना-कोना छान लिया, लेकिन विभाग की टीम मिला कुछ भी नहीं।

   अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस को किसी ने गलत सूचना दी थी या फिर अस्पताल में रेड की सूचना ही लीक हो गई ?। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई थी तो सूचना देने वाले पर पुलिस को एक्शन लेना चाहिए व अगर रेड की सूचना लीक हुई है तो पुलिस को इस बात का पता लगाना चाहिए कि आखिर वह कौन है जिसने रेड से पहले ही इसकी सूचना लीक कर दी।

  उधर छापामारी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ड्रग इंस्पेकटर अनुपमा कालिया ने कहा कि पुलिस थाना नंबर 4 में इस संबंधी शिकायत मिली थी कि इस अस्पताल में एक्सेस तौर पर दवाएं वो भी बिना बिल के स्टाक की गई हैं। हमने जब छापामारी की तो हमें यहां पर किसी तरह की कोई मैडिसिन स्टाक की हुई नहीं मिली है।

   जब उनसे पूछा गया कि अस्पताल में मेडीसिन बेचने का का काऊंटर बनाया गया है व उस पर मैडिसिन भी लिखा है। क्या इस अस्पताल के नाम पर कैमिस्ट का लाइसेंस है तो उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के पास दवाएं सेल करने का ड्रग विभाग का लाइसेंस नहीं है। इस पर उनसे पूछा गया कि तो क्या यह गैर कानूनी नहीं है ?, जवाब में उन्होंने कहा कि इस बात की जांच आगे की जा रही है।

   वहीं दूसरी ओर एसएचओ कमलजीत सिंह का कहना है कि चंडीगढ़ से मिली रिपोर्ट के आधार उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर अनुपमा कालिया को सूचना दी थी। चंडीगढ़ से मिली सूचना के बाद ही अस्पताल पर रेड की गई थी।

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