गुरुद्वारा दुख निवारन साहिब में हुई घटना को सिख तालमेल कमेटी ने बताया लचर कानून का नतीजा

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कहा, सिख समुदाय के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब से बढ़कर कुछ नहीं,  जब कोई न्याय देने को तैयार ही नहीं है तो सिख समुदाय क्या करें ? 

टाकिंग पंजाब
जालंधर। पटियाला में गुरु तेग बहादुर साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारा दुख निवारन साहिब में एक 32 वर्षीय महिला की तरफ से सरोवर के पास बैठकर शराब पीने व उसकी हत्या होने का कारण सिख तालमेल कमेटी ने सरकार के लचर कानून को बताया है। सिख तालमेल कमेटी के तजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्डा, हरप्रीत सिंह नीटू आदि ने कहा कि शराब पी रही उक्त महिला को जब सेवादार ने रोका तो उसने सेवादार को बोतल मारकर घायल कर दिया।
   इसके बाद आरोपी महिला को पुलिस के हवाले कर दिया गया, लेकिन एक सिख युवक निर्मलजीत सिंह सैनी ने शराब के नशे में धुत उक्त महिला को गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि सिखों को कानून को अपने हाथ में लेने की जरूरत क्यों पड़ रही है ? इन सभी सिख समुदाय के लोगों ने कहा कि इसके कईं कारण हैं, जिसमें से सबसे बड़ा कारण 2015 में बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में इँसाफ न मिलना है। उन्होंने कहा कि 2015 में हुए बरगाड़ी मामले में अभी तक सिख समुदाय को इंसाफ नहीं मिला है। उसके बाद बेअदबी के कईं मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन हर बार अभियुक्तों को मंदबुद्धि बताकर छोड़ दिया जाता है।
  सिख नेताओं ने कहा कि अब जब कोई न्याय देने को तैयार ही नहीं है तो सिख समुदाय क्या करें ? जबकि सिख समुदाय के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पंजाब सरकार से गुजारिश है कि सभी पुराने बेअदबी के मामलों में विशेष अदालतें बनाकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि कोई सपने में भी गुरु घर की बेअदबी करने की बात सोच भी न सके। अगर सरकार सिख समुदाय को इंसाफ देती है तो कोई भी सिख कानून अपने हाथ में नहीं लेगा। इन सभी ने कहा कि हमारी पंजाब सरकार से बेनती है कि गुरू घर की बेअदबी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कारईवाई की जाए।
    इस मौके पर तजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्डा, हरप्रीत सिंह नीटू, रणजीत सिंह गोल्डी, हरविंदर सिंह चितकारा, हरप्रीत सिंह सोनू, सन्नी सिंह उबराए, गुरजीत सिंह सतनामिया, हरपाल सिंह, लखबीर सिंह लकी, मनमिंदर सिंह भाटिया, गुरविंदर सिंह नागी, हरप्रीत सिंह रॉबिन, परमिंदर सिंह टक्कर, अमनदीप सिंह बग्गा, प्रबजोत सिंह खालसा जतिंदर सिंह कोहली, सरबजीत सिंह कालरा, अरविंदर सिंह बबलू, हरजीत सिंह बाबा, बलजीत सिंह, स्वर्ण सिंह चड्ढा, राजपाल सिंह, तजिंदर सिंह, अवतार सिंह मीत आदि मौजूद थे।

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