बृजभूषण सिंह के खिलाफ पॉक्सो एक्ट का केस दर्ज  करवाने वाली पहलवान के बालिग होने के दावा 

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पहलवान अगर बालिग निकली तो बृजभूषण सिंह पर हट सकता है पॉक्सो एक्ट तहत दर्ज किया गया केस 

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नईं दिल्ली। पहलवानों की तरफ से सांसद बृजभूषण पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों में एक नया मोढ़ आ गया है। खबर के अनुसार जिस महिला पहलवान ने पाक्सो के तहत बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, उसके बालिग होने का दावा किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट का केस दर्ज करवाने वाली पहलवान बालिग है व यह पहलवान रोहतक की रहने वाली है। उसके स्कूल से मिले बर्थ सर्टिफिकेट के आधार पर उसके बालिग होने की पुष्टि हुई है। इसकी जांच के लिए दिल्ली पुलिस की टीम रोहतक आई थी। हालांकि उसके पिता ने इसे गलत करार दिया है व उनका दावा है कि उनकी बेटी नाबालिग है।    उधर दूसरी तरफ रोहतक में नाबालिग पहलवान के चाचा ने बुधवार को मीडिया के सामने आकर  कहा कि बृजभूषण पर केस दर्ज करवाने वाली उनकी पहलवान भतीजी नाबालिग नहीं है। उन्होंने लड़की के जन्म से जुड़े प्रूफ भी दिखाए। चाचा ने कहा कि सरकारी नौकरी का लालच देकर उनकी भतीजी से इस तरह के आरोप लगवाए गए हैं। हालांकि उक्त व्यक्ति के आरोपों का जवाब देते हुए लड़की के पिता का कहना है कि वह लड़की का चाचा नहीं बल्कि ताऊ है ओर वह छोटी बेटी के नहीं, बड़ी बेटी के दस्तावेज दिखा रहा है, जिसकी पहले मौत हो चुकी है। लड़की के पिता ने कहा कि 16 साल की उम्र में बेटी का रांची में शिविर के दौरान बृजभूषण ने शोषण किया था। मेरी 2 बेटियां व 1 बेटा था व बड़ी बेटी की 2 साल की उम्र में मौत हो गई थी।

  दूसरी बेटी का नाम बड़ी बेटी के नाम पर ही रख दिया था, जो कि अब भी नाबालिग है व रेसलिंग करती है। हालांकि उसका डेथ सर्टिफिकेट के बारे  में पिता स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए हैं। अब इस सारे घटनाक्रम के चलते पुलिस जांच में अगर यह बात सही निकली कि आरोप लगाने वाली पहलवान नाबालिग नहीं बालिग है तो बृजभूषण पर दर्ज केस से पॉक्सो एक्ट हट जाएगा। ऐसे में उनके खिलाफ सिर्फ आईपीएस की धारा 354 का केस रह जाएगा, जिसमें तुरंत गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है। उधर इस बात का पता लगने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि आगे आगे देखिए होता है क्या, जांच तो करने दीजिए। अब तो हमारे हाथ में खेल है नहीं, दिल्ली पुलिस के हाथ में है।     पहलवानों के निवेदन पर एफआईआर हुई है। अब हम उनकी क्या मदद कर सकते हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि गंगा जी में मेडल डालने गए थे। गंगा जी के बजाय टिकैत को दे दिए। गिरफ्तारी के सवाल पर कहा कि अगर मैं गलत पाया गया तो गिरफ्तारी हो जाएगी। इसके अलावा इस केस में दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि बृजभूषण को गिरफ्तार करने लायक सबूत अभी नहीं मिले हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि बृजभूषण ना तो गवाहों को प्रभावित कर रहे हैं व ना ही सबूतों को मिटा रहे हैं। हम अगले 15 दिन में कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेंगे। उधर इस मामले में डीसीडब्लयू चीफ स्वाति मालीवाल ने दिल्ली डीसीपी को समन जारी किया है। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई है कि डब्लयूएफआई पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान की पहचान उजागर हो गई है।

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