सांसद सुशील रिंकू, डीसी विशेष सारंगल व एसएसपी देहात मुखविंदर सिंह भुल्लर ने खुद फील्ड पर उतरकर की लोगों की मदद…
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब में हो रही बारिश के चलते राज्य में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। कई जगहों पर पानी का कहर जारी है। इस कहर में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहें हैं। यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित मंत्री, विधायक, अधिकारी व जिलों के डीसी सब फील्ड पर हैं। सीएम मान ने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होनें लोगों से मिलकर बाढ़ से हो रहे नुक्सान का खर्च उठाने का आश्वासन भी दिया। सीएम मान ने कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण हो रहे हर नुकसान का खर्च पंजाब सरकार उठाएगी।
अगर किसी का घर या दुकान टूटती है तो उसके नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। वहीं, फिल्लौर के पास सतलुज दरिया में जलस्तर बढ़ने के कारण गांव खैहरा में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान लोगों की मदद के लिए सांसद सुशील कुमार रिंकू, जालंधर के डीसी विशेष सारंगल व एसएसपी देहात मुखविंदर सिंह भुल्लर अपने साथ एनडीआरएफ की टीम को लेकर पहुंचे। इतना ही नहीं, सासंद रिंकू व डीसी सारंगल प्रभावितों तक पहुंचे और उन्हें सुरक्षित वहां से निकाला।
लेकिन गांव में रहने वाले ज्यादा बुजुर्ग गांव को छोड़ना नहीं चाहते थेे जिनको प्रशासन के अधिकारियों और सांसद ने बड़ी मुश्किल के साथ मनाकर घरों से बाहर निकाला। सासंद व डिप्टी कमिश्नर दोनों फिल्लौर सब डिवीजन में बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे थे, जब उन्हें सतलुज के किनारे बसे गांव उच्चा खेड़ा बेट में एक परिवार के फंसे होने के बारे में इमरजेंसी संदेश मिला। उसके बाद उन्हें बताया गया कि जलस्तर तेजी से बढ़ने की वजह से परिवार को जल्द से जल्द बचाने की जरूरत है।
इस बीच कुछ अधिकारियों द्वारा मेंबर पार्लियामेंट व डिप्टी कमिश्नर को इस बात से अवगत करवाया गया कि यह गांव लुधियाना में पड़ता है पर क्योंकि यह गांव उक्त जिले से कट गया था, इसलिए दोनों ने कीमती जानों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र को तुरंत सक्रिय किया। इस दौरान सासंद रिंकू व डीसी सारंगल ने कहा कि यह जिलों के अधिकार क्षेत्र की बात नहीं है, फिलहाल मानवता सबसे पहले है। यह गांव लुधियाना से कट गया है और गांव वासियों द्वारा जालंधर प्रशासन के नंबरों पर फोन किया गया है, इसलिए इन परिवारों की मदद करना उनका फर्ज बनता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार उनके द्वारा लोगों की कीमती जानें बचाने के लिए ही यह मुहिम चलाई गई है।
उन्होंने आगे कहा कि यह मानवता का फर्ज है और वह सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें इस संकट की घड़ी में लोगों की सेवा करने का मौका मिला है। जालंधर प्रशासन द्वारा इस मुश्किल घड़ी में लोगों की कीमती जानें बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। बाढ़ की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना यकीनी बनाने के लिए पहले ही व्याप्क सिस्टम स्थापित किया गया है। इतना ही नहीं, सासंद सुशील रिंकू ने आज जिन बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया उनका हाल अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव पर होकर भी दिखाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त लोगों को घरों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उनके घर-घर पैक्ड फूड उपलब्ध करवाया जा रहा है व मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत सारी सरकार प्रभावितों के साथ है।