शतरंज खेलने से बच्चे सीखते हैं प्लानिग, विश्वास और अनुशासन – वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन्स के स्कूल में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन कर अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस मनाया गया। इस संबंध में स्कूल प्रिंसिपल सतविंदर कौर के नेतृत्व में आयोजित चैस प्रतियोगिता में उत्साह से भाग लेते हुए आपने खेल कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। इस चैस मुकाबलें लड़कों व लड़िकयों की कुल सात टीमों ने भाग लिया ओर स्कूल डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी
ने खुद भी बच्चों के साथ शतरंज का आनंद लिया।
विजेता छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए स्कूल डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी ने कहा कि आज के समय में युवा पीढ़ी वास्तविक खेलने की जगह अपने मोबाइल, लैपटॉप में ज्यादा व्यस्त हो चुकी है, उन चीजों से उन्हें निकालने के लिए ऐसे प्रयास बहुत जरूरी है। उन्होंने ने कहा कि इस प्रतियोगिता में छात्रों का रिपॉन्स बहुत ही शानदार रहा है और छात्रों को खेलों के प्रति प्रेरित करने के लिए भविष्य में भी ऐसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। आज के शतरंज मुकाबले को सफल बनाने में समूह स्टाफ ने सहयोग दिया। वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने छात्रों को शुभ कामनाऐं देते हुए कहा कि शतरंज खेलने से बच्चे प्लानिग, विश्वास और अनुशासन सीखते है। यह फैसले लेने की क्षमता का विकास करता है। चेस गहराई से सोचने और खोज करने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है, जिससे कल्पनाशक्ति का विकास होता है, जो भविष्य के बारे में सोचने की क्षमता को बढ़ाता है।