आप सरकार एक साल में तकरीबन 50 हजार के करीब यात्रियों को धार्मिक स्थलों पर ले जाने की है प्लानिंग
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। श्री गुरु नानक देव प्रकाश पर्व पर मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना शुरूआत आज से कर दी गई है। यात्रीयों को तीर्थ यात्रा करवाने की यह पहल हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की थी। उसके बाद आज इस योजना की शुरूआत अब पंजाब में भी हो गई है। इस योजना के तहत हिंदू-सिख व अन्य यात्री धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकेंगे। आप सरकार एक साल में तकरीबन 50 हजार के करीब यात्रियों को धार्मिक स्थलों पर ले जाने की प्लानिंग में है,जिसके लिए एक कमेटी भी गठित है।
इस यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों को फॉर्म उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिस पर विधायक के हस्ताक्षर व मुहर की आवश्यकता होगी। इसके बाद इसे संबंधित जिले के डीसी कार्यालयों में जमा करवाया जाऐगा व इसके बाद कमेटी यात्रियों की लिस्ट तैयार करेगी। मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत लोग श्री हजूर साहिब, श्री पटना साहिब, वाराणसी, मथुरा, वृंदावन व अजमेर शरीफ की यात्रा कर सकेंगे। इन सभी जगहों की तीर्थयात्रा रेलगाड़ी के माध्यम से करवाई जाएगी। इसके अलावा अमृतसर साहिब, तलवंडी साबो, श्री आनंदपुर साहिब, माता ज्वाला जी, चिंतपूर्णी देवी, नैना देवी, माता वैष्णो देवी, सालासर बालाजी धाम और खाटू श्याम धाम की यात्रा बसों के माध्यम से करवाने की प्लानिंग बनाई गई है।
आज से शुरू की गई इस योजना के तहत पहली यात्रा अमृतसर से नंदेड़ साहिब के लिए करवाई जा रही है। सभी यात्रियों को ट्रेन के माध्यम से भेजने के अमृतसर रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं को सीएम किट्स दी गईं। इसके बाद मंत्री केवल धारीवाल ने यात्रियों से भरी इस ट्रेन को रवाना किया। यह ट्रेन तकरीबन 3.30 बजे धुरी पहुंच गई। धुरी में आम आदमी पार्टी के कनवीनर अरविंद केजरीवाल व सीएम भगवंत मान ने धुरी से इस ट्रेन में चढ़ने वाले 500 के करीब श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन के लिए बसों में रवाना किया।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस ट्रेन में 1040 के करीब श्रद्धालु रवाना हो रहे हैं। इनमें 300 के करीब श्रद्धालु अमृतसर से, 200 के करीब जालंधर और 500 के करीब श्रद्धालु धुरी से ट्रेन में रवाना हो रहे हैं। आपको बता दें कि इस यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं के आने- जाने का सारा इंतजाम व खर्च पंजाब सरकार कर रही है। यात्रा में जाने वाले लोगों को एसी धर्मशालाओं में ठहराने का इंतजाम किया जाएगा। श्रद्धालुओं को खाना व यात्रा किट भी मुहैया करवाई जाएगी। धार्मिक स्थल पर पहुंचने पर श्रद्धालुओं को गाईड करने के लिए उनकी भाषा में वहां गाइड भी तैनात किए जाऐंगे जो यात्रियों को विस्तार से जानकारी देंगे।