संसद के बजट सत्र में हंगामे के आसार .. केंद्र सरकार के श्वेत पत्र पर कांग्रेस का ‘ब्लैक पेपर’

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यूपीए सरकार के 10 वर्षों के आर्थिक प्रदर्शन की तुलना में एनडीए सरकार के 10 वर्षों के काम पर होगा ‘श्वेत पत्र’ जारी
टाकिंग पंजाब

नईं दिल्ली। संसद के बजट सत्र में आज हंगामा होने के आसार बन रहे हैं। इसका कारण यह है कि जहां एक तरफ केंद्र सरकार यूपीए राज के 10 साल के खिलाफ ‘श्वेत पत्र’ लाने वाली है, वहीं इसके जवाब में अब कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के 10 साल के शासन के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ पेश कर दिया है। कांग्रेस का ‘ब्लैक पेपर’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 10 साल के शासन पर है, ये ‘ब्लैक पेपर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पेश किया है।    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज 8 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को लेकर ब्लैक पेपर पेश किया। वहीं, संसद के बजट सत्र में मोदी सरकार आज यूपीए सरकार के दौरान देश की आर्थिक स्थिति पर व्हाइट पेपर पेश कर सकती है। बुधवार 7 फरवरी को भाजपा सांसद और संसदीय फाइनेंस कमेटी के चेयरमैन जयंत सिन्हा ने कहा था कि सरकार के व्हाइट पेपर में 2014 के पहले की खराब अर्थव्यवस्था का जिक्र होगा। साथ ही बताया जाएगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद कैसे देश की आर्थिक स्थिति बदली व कैसे देश को आगे लेकर आए हैं    दरअस्ल केंद्र सरकार ने 1 फरवरी को पेश किए गए केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि वह कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के 10 वर्षों के आर्थिक प्रदर्शन की तुलना में भाजपा के नेतृत्व वाली 10 वर्षों की सरकार के काम को लेकर एक ‘श्वेत पत्र’ लाएगी। संसद में भाजपा और कांग्रेस में आज फिर वार पलटवार की राजनीति देखने को मिल सकती है। इसके चलते संसद में फिर से हंगामे के आसार है। बता दें कि संसद में अंतरिम बजट 2024-25 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि 2014 में सत्ता संभालने वाली मोदी सरकार ने उन वर्षों के संकट को पार कर लिया है, जहां कांग्रेस छोड़ कर गई थी।   उन्होंने कहा कि अब अर्थव्यवस्था तेजी से विकास करने के पथ पर मजबूती से खड़ी है। उन्होंने घोषणा की थी कि सरकार सदन के पटल पर एक श्वेत पत्र रखेगी, तो यह दिखाएगी कि हम 2014 तक कहां थे और अब कहां हैं, इसका एकमात्र उद्देश्य उन वर्षों के कुप्रबंधन को दिखाना है। क्या होता है व्हाइट पेपर ? दरअसल व्हाइट पेपर एक रिपोर्ट होती है, जिसमें सरकार की नीतियों और मुद्दों को चर्चा होती है। सरकार व्हाइट पेपर अक्सर तब लाती है, जब उसे किसी मुद्दे पर निष्कर्ष निकालना होता है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार के व्हाइट पेपर लाने से सरकार को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के खिलाफ हमला करने का हथियार मिलेगा।

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