पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह व बीजेपी नेता केवल ढिल्लों के घर के किसानों ने दिया धरना
अंबाला। पंजाब में चल रहा किसानों के अंदोलन ओर कड़ा होने की संभावना बन गई है। इसका कारण यह है कि पंजाब का सबसे बड़ा किसान संगठन बीकेयू (उगराहां) भी आंदोलन में कूद गया है। पंजाब के किसान दिल्ली जाने की जिद को लेकर शंभू बॉर्डर पर 5वें दिन भी डटे हुए हैं। हरियाणा में बीकेयू (चढ़ूनी) की तरफ से तहसीलों में ट्रैक्टर मार्च निकाले जा रहे हैं, जिससे इस अंदोलन को हवा मिल रही है।
दूसरी तरफ यूनियन ने शनिवार से 2 दिन के लिए पंजाब में सभी टोल फ्री करवा दिए हैं। किसान टोल प्लाजा पर डटे हुए हैं व टोल नहीं लेेने दे रहे हैं। दोपहर 12 बजे किसान सभी टोल प्लाजा पर पहुंचे। किसान जत्थेबंदियों का कहना है कि कल शाम 5 बजे तक टोल फ्री रहेंगे। एसकेएम की होने वाली बैठक में निर्णय के बाद ही अगली कार्रवाई के बारे में बताया जाऐगा इसके अलावा पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और बरनाला में बीजेपी नेता केवल ढिल्लों के घर के बाहर किसानों ने तंबू गाड़कर धरना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही किसान संगठनों की मांगों पर कल रविवार यानि कि 18 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चौथी वार्ता होगी, हालांकि पहले हुई 3 वार्ता बेनतीजा रहीं हैं। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के कोऑर्डिनेटर सरवण सिंह पंधेर का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार चाहे तो अध्यादेश लाकर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दे सकती है। बाद में संसद में बिल लाकर इसे कानून की शक्ल दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कई मामलों में किया भी जा चुका है, लेकिन सरकार किसानों के हक में फैंसला करना ही नहीं चाहती है।