9 जून को शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ले सकते हैं नरेंद्र मोदी
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। देश में हुए लोकसभा चुनाव में हालांकि बीजेपी उम्मीद के अनुसार प्रर्दशन नहीं कर पाई है, लेकिन इतनी बीजेपी व उनके सहयोगियों ने इतनी सीटें हासिल कर ली हैं कि वह सरकार बनाने का दावा कर सकें। इसके चलते शुक्रवार को नेशनल डेमोक्रेटिकअलांयस यानि कि एनडीए की संसदीय दल ने लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी को नेता चुन लिया है। एक बैठक में एनडीए के सभी 293 सांसद, राज्यसभा सांसद और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम मौजूद थे। इसके बाद एनडीए ने दोपहर 3 बजे सरकार बनाने का दावा पेश किया। बैठक के बाद मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके घर जाकर मिले। मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की है व राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मोदी को सरकार बनाने का न्योता दे दिया है। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत भाषण दिया व राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। अमित शाह ने इसका समर्थन किया और नितिन गडकरी ने अनुमोदन किया। जेडीएस अध्यक्ष कुमारस्वामी ने प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने समर्थन का ऐलान कर दिया। समर्थन के बाद अब नरेंद्र मोदी 9 जून को शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ले सकते हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि मोदी के साथ पूरा मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है। दरअसल लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, एनडीेए ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। एनडीए में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं। गठबंधन में चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है व यह दोनों ही पार्टीयांफिल्हाल बीजेपी के साथ खड़ी नजर आ रही हैं।