आरोपियों ने कबूला अपना गुनाह, कहा 32 लाख में हुआ सौदा.. आरोपी सिंकदर के पकड़े जाने के बाद पकड़े गए सभी आरोपी
टाकिंग पंजाब
पटना। नीट पेपर लीक मामले में जहां देशभर में हंगामा मचा हुआ है, वहीं इस मामले में एेकबड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। पेपर लीक मामले में आरोपियों का कबूलनामा सामने आया है। इस कबूलनामें में कहा गया है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही उन्हें प्रश्नपत्र मिल गया था। परीक्षा में जो प्रश्नपत्र मिलना था, वही पेपर उन्हें एक दिन पहले ही मिल गए थे। इस पड़यंत्र का खुलासा करते हुए नीट परीक्षार्थी अनुराग यादव ने कहा है कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था वहां पर मुझे कहा गया था कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुकी है। इसके बाद पटना के एक रेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। इन लोगों ने मुझे नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दी व रात भर पेपर रटवाया गया। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है व इन सभी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। आरोपी अमित आनंद का कहना है कि उसकी दोस्ती सिकंदर से है। बातचीत के क्रम में सिकंदर द्वारा बताया गया कि मेरे पास भी लड़का है, जिसे आप परीक्षा में पास करा दीजिए, जो नीट की तैयारी कर रहा है। उसे बताया गया कि इसके बदले में 30-32 लाख रुपए लगेंगे, जिसके लिए भी वह तैयार हो गया। सभी को बुलाकर रात में प्रश्न पत्र का उत्तर रटवाया गया। उसने कबूलनामा में बताया कि सिकंदर के पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर हम लोग भी पकड़े गए। नीतीश कुमार ने भी स्वीकार किया है कि सिकंदर से दोस्ती थी। उसने यह भी बताया कि बीपीएससी की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक करवाने व कदाचार के आरोप में जेल गया हूं। आरोपी सिकंदर यादवेन्दु ने स्वीकार किया कि उसकी दोस्ती अमित आनंद और नीतीश कुमार से नगर परिषद कार्यालय में हुई। दोनों से कार्यालय में मुलाकात के बाद काफी देर तक बातें करते रहे। उसने बताया इसी बीच मुझे अमित आनंद और नीतीश कुमार द्वारा बताया गया कि मैं किसी भी परीक्षा, प्रतियोगिता में प्रश्न पत्र आउट कराकर बच्चों को पास करा देता हूं। उसने कहा कि जब मैंने नीट परीक्षा के विषय में बताया तो वो 30-32 लाख रुपये में ऐसा करने में सहमत हो गया। इसके बाद राम कृष्णा नगर में जाकर पेपर दिया तथा अमित आनंद एवं नीतीश कुमार द्वारा प्रश्न पत्र लाकर उत्तर सहित सभी को रटवाया गया ताकि परीक्षा में सफल हो सके। उसने बताया कि इस बीच मैंने भी लोभ लालच से प्रत्येक लड़के से 40-40 लाख रुपये की बात की। इसी दौरान बेली रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान शास्त्री नगर थाना के पुलिस द्वारा मुझे दूसरे लड़कों के एडमिट कार्ड के साथ पकड़ लिया गया। अब इन पर सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को सुनवाई होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यह मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की वेकेशन बेंच कर रही है।