कामर्स विभाग से डॉ. काजल पुरी ने जीता सर्वश्रेष्ठ पेपर का पुरस्कार
टाकिंग पंजाब
जालंधर। हंसराज महिला महाविद्यालय ने विदेश में दूसरी अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित कर इतिहास रचा है। एग्समपशन यूनिवर्सिटी, थाईलैंड के बैंकांक कैंपस में इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन रिसर्च एंड इनोवेशन इन सोशल साइंसिस एंड ह्यूमैनिटीज (आईसीआईआरआरआईसीएच) 2024 का आयोजन 21-25 अगस्त को किया गया। इस कांफ्रेंस का आयोजन संयुक्त रूप से हंसराज महिला महाविद्यालय, नेहरू आटर्स एंड साइंस कालज कोयम्बटूर तथा एग्समपशन यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया। पूरे विश्व से 100 से अधिक डैलीगेट्स ने इसमें भाग लिया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने बतौर आर्गेनाइजिंग चेयर की-नोट स्पीकर डॉ. टेविनटेनकॉमनाओ का स्वागत किया। वह बैंकांक की यूनिवर्सिटी में बीएससी प्रोग्राम इन मेडिकल टेक्नालिजी के अध्यक्ष हैं। पंजाब से 16 सदस्यों के डेलीगेशन ने कांफ्रेंस में भाग लिया। आर्गेनाइजिंग टीम के सदस्यों में एचएमवी की डॉ. रमनीता सैनी शारदा शामिल थी। उन्होंने ट्रैक 4 के सैशन की अध्यक्षता भी की जिसमें 15 पेपर पढ़े गए। डॉ. रमनीता ने स्वयं भी अपना पेपर पढ़ा जिसका विषय होलिस्टिक एजुकेशन इन द ग्लोबल सिनैरियो रहा। इसके माध्यम से उन्होंने अंग्रेजी भाषा को साहित्य के माध्यम से सिखाने की महत्ता पर बात की। हिंदी विभाग से डॉ. ज्योति गोगिया ने हवन यज्ञ की वैज्ञानिक उपयोगिता पर अपना पेपर पढ़ा। कामर्स विभाग से डॉ. काजल पुरी ने अपना पेपर पढ़ा जिसका विषय कानसैपचुअल रिव्यू ऑफ एक्सप्लोरिंग द एनटेकसिटैंट्स ऑफ इम्पलाईएम्पावरमैंटअफैक्टिंग जॉब सैटिसफैकशन था। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पेपर का पुरस्कार भी जीता। इतिहास विभाग से प्रोतिमा ने ई-लर्निंग तथा डिजाइन विभाग से डॉ. राखी मेहता ने ट्रेडिशनल इंडियन टेक्सटाइल डिजाइन पर पेपर पढ़ा। इसके साथ ही संस्थान की दो छात्राओं सुचिता (एम.ए. अंग्रेजी) तथा मेघना (अंडर ग्रेजुएट) ने भी अपना पेपर पढ़ा। दोआबा कॉलेज से डॉ. सिमरन सिद्धू व सीटी कॉलेज से डॉ. प्रियंका मरवाहा भी इस कांफ्रेंस का हिस्सा बने। 11वीं कक्षा की छात्रा महरीन भी कांफ्रेंस की सबसे छोटी आयु की प्रतिभागी रही। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रैंस के सफल आयोजन से ज्ञात हो जाता है कि एचएमवी सदैव रिसर्च को प्रोत्साहित करता है तथा वैश्विक स्तर पर इनोवेशन करने में विश्वास रखता है।