इस तरह का अहंकार व सोच भविष्य में भी कांग्रेस क़ोपहुँचा सकती है नुकसान- राजेश शर्मा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। साल 2014 में 44, 2019 में पचास व 2024 में एंटी इनकम्बेसी के बावजूद कांग्रेस मात्र 99 सीटे ही जीत पायी। इस हार पर मंथन करने के विपरीत झूठी विजय का जशन मनाना व भाजपा के पूर्ण बहुमत न पाने को अपनी जीत समझना राहुल गांधी को भारी पड़ गया। इन बातों का प्रग्टावा सीनियर वक्ता राजेश शर्मा ने किया। उन्होनें कहा कि यह एक अपरिपक्व राजनीतिज्ञ की पहचान है। पीएम मोदी के ताक्तवर होने बावजूद भाजपा के ऊपर आरएसएस है जो गलत होने पर मोदी जी को भी हड़का देती है, लेकिन कांग्रेस में यह व्यवस्था नहीं है कि राहुल गांधी को बार बार चुनाव हारने पर कोई हड़का सके या बदलकर किसी और को पार्टी नेता बनाने की बात करे। ये कांग्रेस को केंद्रीय राजसत्ता से दूर रखने का प्रमुख कारण है। भाजपा में परिवारवाद नहीं है व भाजपा ने सदा देश हित में काम किया है। इसलिए देश की जनता आज भी भाजपा के साथ खड़ी है व हमेशा खड़ी रहेगी।