मुस्कुराहट परमात्मा का सबसे बड़ा वरदान है- प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन
टाकिंग पंजाब
जालंधर। हंसराज महिला महाविद्यालय जालंधर में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशन अधीन आईक्यूएसी के अन्तर्गत एक दिवसीय वर्कशाप का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में साइकोथैरेपिस्ट, फाऊंडरहैप्पीनैस क्लीनिक जतिंदरपाल उपस्थित रहे जिन्होंने ‘माईन्डफुलनैसमैजिक’ विषय पर फैकल्टी से साक्षात्कार किया। कार्यक्रम का शुभारंभ ग्रीन प्लांटर भेंट कर किया गया। प्राचार्या डॉ. सरीन ने मुख्यातिथि जतिंदरपाल का हार्दिक अभिनंदन किया एवं कहा कि आजकल के व्यस्त जीवन में हम अपने खुशी के पलों को मानो नजरअंदाज करते जा रहे हैं। वास्तव में मुस्कुराहट परमात्मा का सबसे बड़ा वरदान है। आज उसी से संबंधित विभिन्न सुझाव हमें आज के मुख्य वक्ता से मिलेंगे। उन्होंने आईक्यूएसी कोआर्डिनेटर डॉ. आशमीन कौर, मीनू कोहली, सुमित शर्मा व लवलीन कौर को इस आयोजन हेतु बधाई दी। भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य वक्ता जतिंदरपाल ने विभिन्न मैडीटेशन तकनीकों के माध्यम से जीवन में मुस्कुराहट भरने की जानकारी दी एवं कहा कि वास्तव में जागरूकता ही सचेतन की कुँजी है। वास्तव में सचेतन मन आप के वर्तमान क्षण के प्रति सर्तकता है। उन्होंने कई तनाव मुक्त व्यायम करवा कर अपने नित जीवन में इसे धारण करने हेतु भी प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर सभी फैकल्टी सदस्यों ने उपस्थित रह लाभ प्राप्त किया। मंच संचालन लवलीन कौर ने किया।