किसानों ने तोड़े बैरिकेड… पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए छोड़े आंसू गैस के गोले…
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। पंजाब के 101 किसानों के एक समूह ने आज दोपहर 12 बजे शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया था। किसानों का यह कदम केंद्र सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने किसानों को बॉर्डर पर रोक दिया गया, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर बहस हुई। हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का परमिशन लेटर मांगा व कहा कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की जिस के बाद इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। हालांकि इस बीच हरियाणा पुलिस ने किसानों पर फूल भी बरसाए। किसान नेता सरवन पंधेर के मुताबिक 8-9 किसान घायल हुए है जिसमें एक की हालत गंभीर है। उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गया है। करीब पौने 4 घंटे बाद जत्थे को वापस बुलाने का फैसला लिया। अब मीटिंग कर रणनीति बनाएंगे। किसान नेताओं का कहना है कि वे दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से अपनी मांगें रखना चाहते हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी समेत 13 मांगों पर अड़े हुए हैं। दूसरी ओर, हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसानों के पास दिल्ली जाने की अनुमति नहीं है। पुलिस ने किसानों से कहा है कि वे पहले अपनी पहचान दें, तभी उन्हें आगे जाने दिया जाएगा। पुलिस ने आगे कहा है कि उनके पास 101 किसानों की लिस्ट है और जो लोग मार्च कर रहे हैं वे उस लिस्ट में नहीं हैं। इसी बीच, किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसके जवाब में हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि उन्होंने 101 किसानों की लिस्ट जारी की है और वे सभी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को रखना चाहते हैं।