.. कहा, जिला प्रधान सुशील शंर्मा ने पार्टी को कर दिया बर्बाद.. प्रधान की मनमर्जी के कारण सैंकड़ोंकार्यक्रताछोड़ चुके हैं पार्टी.. मैं भी देता हूं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। भारतीय जनता पार्टी पंजाब प्रभारी पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी व अन्य भाजपा नेताओं ने एक मीटिंग कुछ नेताओं व कार्यक्रताओं को तत्काल प्रभाव से 6 वर्ष के लिए पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी से रूखसत किए गए हतिंदर तलवार हन्नी भाजपा के जिला प्रधान पर जमकर भड़ास निकाली है। हतिंदर तलवाड़ का कहना है कि वह भाजपा का 2004 से सिपाही है। हतिंदर तलवार हन्नी ने कहा कि वह पिछले 20 सालों से बूथ से लेकर नेशनल लेवल तक हर चुनावों में जालंधर के साथ साथ पंजाब के कई जिलों हरियणा में हिमाचल में दिल्ली में जम्मू में विधानसभा और लोकसभा चुनावों पार्टी की सेवा कर चुका है। उन्होंने पार्टी की तन-मन व धन से सेवा की है। पिछले 4 सालों से जब से सुशील शर्मा जैसे जिला प्रधान बने है, तब से उन्होंने पार्टी का नुक्सान ही किया है। उनकी प्रधानगी में पार्टी पिछले 4 सालों से जालंधर में हर चुनाव हार रही है। इस जिला प्रधान के कारण ही कई पार्टी नेता व कार्यक्रता पार्टी को छोड़कर जा चुके हैं। इस प्रधान से पहले के कार्यकाल में 200 से 300 कार्यक्रता आते थे, लेकिन जब से यह प्रधान बने हैं, तब से 20 से 30 लोग ही मीटिंगों में आते हैं। इस प्रधान ने अपने खास खास लोगों को बड़े पदों पर बैठा दिया है। कार्यक्रताओं को तो बस नारे लगाने, कुर्सियां उठाने के लिए रखा गया था। उन्होंने कहा कि इस जिला प्रधान सुशील शर्मा ने ने विधानसभा चुनाव में केडी भंडारी के बारे में कहा था कि केडी भंडारी को जीतने नहीं देना, जिसका वह बाद में खुलासा करेंगे। तलवाड़ ने कहा कि हमने तन-मन-धन से पार्टी की सेवा की है, लेकिन इस प्रधान के आने के बाद नार्थ, वैस्ट व अन्य हल्कों से भाजपा कार्यक्रताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं। इस प्रधान ने तो पार्टी का बुरा हाल कर दिया है। तलवाड़ ने कहा कि यह जिला प्रधान मेरे लिए कहता था कि हतदिंरतलवाड़ तो कंडी भंडारी का चमचा है, लेकिन मैं बता दूं कि मैं चमचा नहीं, बल्कि पार्टी का कार्यक्रता हूं। हमने मेहनत करके ओहदे लिए है, तेरे जैसे नहीं तलवे चाट कर प्रधानगी नहीं ली है। तलवाड़ ने कहा कि जब से सुशील शर्मा जिला प्रधान बने हैं, तभी से जिला प्रधान पार्टी के कार्यकर्ताओं को खुद की ईगो के कारण पार्टी से बाहर कर रहे हैं। जिला प्रधान की मनमर्जी के चलते पार्टी में अब सच्चे कार्यकर्ताओं की कोई इज्जत नहीं है। इसलिए वह आहत होकर पार्टी के सभी पदों से अपना इस्तीफा देते हैं। तलवाड़ ने कहा कि जिला प्रधान सुशील शर्मा नार्थ हल्के से विधायक बनने के सपने देख रहा है, लेकिन मैं कहता हूं कि इस बार अगर जिला प्रधान एमसी का चुनाव लड़ लेता तो उसको अपनी काब्लियत का पता लग जाता। अब इस प्रधान की प्रधानगी जल्द ही जाने वाली है। आज तुमने पार्टी से हमें निकाला है, लेकिन तेरे जाने जाने के बाद फिर पार्टी में आऐंगे लेकिन उस समय तुम पार्टी में नहीं होंगे। इस मुद्दे पर जब भाजपा के जिला प्रधान सुशील शर्मा से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। उनसे बात होते ही उनका पक्ष भी उजागर किया जाऐगा।