जुम्मा-जुम्मा 4 दिन हुए नहीं राजनीति में आए.. कर रहे हैं बड़ी जीत का दावा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। जिले में होने जा रहे पार्षद के चुनाव में एक पार्टी के नेताओं ने अपने चहेतों को टिकट तो दिला दी लेकिन उन्होंने टिकट देने के समय इस बात का अंदाजा भी नहीं लगाया कि यह चुनाव उनकी पार्टी के लिए कितना अहम है। पार्टी जहां जालंधर समेत बाकी निगमों में अपना मेयर बनाने का सपना देख रही है, वहीं पार्टी के उन सपनों पर टिकटों का वितरण पानी फेर सकता है। इसका कारण यह है कि पार्टी नेताओं ने उन उम्मीदवारों को टिकट दिला दी है, जिनको राजनीति में आए जुम्मा-जुम्मा 4 दिन ही हुए हैं। पार्टी नेताओं ने रेवड़ियों की तरह टिकट बांटी है व टिकट मिलने वाले यह उम्मीदवार अपनी गली मोहल्लों के हल्के फुल्के काम करवा कर खुद को नेता मान बैठे हैं व राजनीति के धुरंधरों से भिड़ने लग पड़े हैं। पार्टी के उच्च नेताओं की माने तो इस समय पार्टी के लिए एक एक उम्मीदवार की जीत बहुत मायने रखती है। शहर में मेयर की कुर्सी को हासिल करने के लिए आप व कांग्रेस में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा, लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने कुछ वार्ड में ऐसे उम्मीदवार उतार दिए हैं, जो कि जीतना तो दूर शायद दूसरे नंबर पर भी न आऐं। इसके अलावा जालंधर के 2 वार्डो में ऐसे उम्मीदवार भी मैदान में हैं जो कि पार्टी से टिकट न मिलने के कारण आजाद रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनोवार्डो के उम्मीदवारों को राजनीति का न तो राज पता है व न ही इनकी कोई नीति है। इसके बावजूद यह उम्मीदवार चंद लोगों के कहने पर पार्टी को छोड़कर आजाद चुनाव लड़ रहे हैं। एक वार्ड में तो नेता जी टिकट न मिलने के कारण आप को छोड़कर आजाद चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके सामने आप, भाजपा व कांग्रेस के पुराने महारथी चुनाव मैदान में हैं। फिर भी इन नेता जी का हौंसला दिखा कर पार्टी को अलविदा कह दिया व आजाद चुनाव लड़ अपनी किस्मत आजमाने निकल पड़े हैं। खैर अंतिम फैंसला तो जनता ने ही करना है।