8 सितंबर को 710 नए पटवारियों को देंगे नियुक्ति पत्र देंगे सीएम भगवंत मान, नई भर्ती भी जल्द करने का दिया आश्वासन
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब में सीएम व पटवारी-कानूनगो के बीच चल रहा विवाद पंजाब के बेरोजगार नौजवानों के लिए एक अवसर बनकर आया है। इस विवाद का फायदा बेरोजगार युवाओं को मिलने जा रहा है। सरकार व पटवारी-कानूनगो के विवाद के बीच अब सरकार उन 710 पटवारियों जिन्होंने टेस्ट पास किया था, को नियुक्ति पत्र देने जा रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज ट्वीट कर कहा कि वह सभी के साथ एक खुशखबरी साझा करने जा रहे हैं कि 8 सितंबर को 710 पटवारी जिन्होंने टेस्ट पास किया था उन्हें वह नियुक्ति पत्र देने जा रहे हैं।
उन्होंने आगे लिखा है कि नियुक्ति पत्र देने के लिए एक समागम का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ पटवारियों की नई भर्ती के लिए विज्ञापन भी जल्द जारी किया जा रहा है। इअतना ही नहीं, पंजाब के सीएम भगवंत मान ने ट्वीट में पटवारियों पर भी तंज कसते हुए लिखा है कि उम्मीद है कि नए हाथों में नई कलम थमाई जाएगी वह भ्रष्टाचार मुक्त नए समाज की सृजन करेंगे। लोगों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। अब सीएम भगवंत मान के आदेश के बाद गृह विभाग ने 710 नियुक्ति का रास्ता देख रहे पटवारियों की वेरिफेकेशन समेत अन्य फॉर्मेलिटी का काम पूरा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त जल्द ही 586 पटवारियों की नई पोस्टें निकाली जा रही हैं।
इसका विज्ञापन जल्द जारी हो रहा है व सरकार ने इन पोस्टों को हरी झंडी दे दी है। जल्द ही विभाग को इन पोस्टों के लिए प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करने के लिए आदेश दे दिए गए हैं। सरकार के इस कदम से लगता है कि सरकार किसी भी हालत में पटवारी-कानूनगो के आगे झुकने को तैयार नहीं है। आपको बता दें कि बीते दिनों सरकार ने पटवारियों की कलम छोड़ हड़ताल खत्म करने के लिए राज्य में ESMA एक्ट लागू किया तो पटवारियों ने अपने सर्किल में ही काम करने का ऐलान कर दिया। सरकार पर दबाव बनाने के लिए पटवारियों ने उनके पास जो अतिरिक्त सर्किल थे उनका काम छोड़ दिया।
सरकार ने भी पटवारियों के दबाव के आगे झुकने व बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने की बजाय 741 पटवारी जो ट्रेनिंग पर थे, को फील्ड में उतार दिया है। इसकी जानकारी खुद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लाइव होकर दी थी। उन्होंने कहा था कि 741 अंडर ट्रेनिंग पटवारियों के 15 महीने पूरे हो चुके हैं। व 18 महीने की ट्रेनिंग होती है। अभी 3 महीने पहले ही उन्हें खाली मुहालों में लगाया जा रहा है। उधर सरकारी अधिरारियों की धमकी के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री का कहना है कि सरकारी कर्मचारी अपने भृष्ट साथी को बचाने के लिए सारा ड्रामा कर रहे हैं. जबकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि उनके साथी पर भृष्टाचार का गलत मामला दर्ज किया गया है। इसको लेकर दोनों ही पक्ष अड़ गए हैं, जिसके बाद सीएम ने 710 नए पटवारियों को नौकरी देने का फैंसला किया है।