एसीपी ने कहा- जांच में हुआ खुलासा… तीनों ने मिलकर किसी वारदात को देना था अंजाम
टाकिंग पंजाब
जालंधर। अपराधिक गतिविधियों में संयुक्त रूप से शामिल रहने वाले 3 दोस्तों में एक रात में इस कदर कहा-सुनी हुई कि इनमें से एक दोस्त ने अपने 2 दोस्तों की गोली मार कर हत्या कर दी। यह तीनों दोस्त लम्मा पिंड चौक के पास स्थित शहीद ऊधम सिंह नगर में स्थित अपने चौथे साथी के घर पर रुके हुए थे। इन तीनों दोस्तों में आधी रात को किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसके बाद जब दोनों दोस्त गहरी नींद में थे तो तीसरे दोस्त ने दोनों दोस्तों को गोली मार दी। यह घटना सुबह लगभग 4 बजे की बताई जा रही है। हत्या को अंजाम देने के बाद तीसरा युवक मकान मालिक को बंदूक का डर दिखा, वहां से फरार हो गया। घटना का पता जब उनके चौथे दोस्त को लगा तो वह दोनों दोस्तों को लेकर अस्पताल पहुंचा। इनमें से एक की तो पहले ही मौत हो चुकी थी व दूसरे ने इलाज दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान मोता सिंह नगर के रहने वाले 24 साल के शिवम व बस्ती शेख का रहने वाले 22 साल के विनय तिवारी के रूप में हुई हैं। जिस युवक ने इन दोनों को गोली मारी है, उसकी पहचान मिट्ठापुर के रहने वाला मन्ना के रूप में हुई है। आरोपी मन्ना ने शिवम को 4 व विनय को 5 गोलियां मारीं। जांच के दौरान पुलिस ने क्राइम सीन से गोलियों के कुछ खोल भी बरामद किए हैं। हालांकि जिस पिस्टल से दोनों युवकों को गोलियां मारी गईं, उसे आरोपी अपने साथ ले गया। पुलिस के अनुसार गोलियां मारने वाला आरोपी मन्ना भी मृतकों का साथी था। जालंधर के मोता सिंह नगर में करीब 20 दिन पहले शिव और विनय ने अपने साथियों के साथ गोलियां चलाई थीं। इसमें 2 युवकों को गोलियां लगी थी। थाना डिवीजन नंबर-6 की पुलिस ने इस मामले में हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। हमला करने वालों में शिव और विनय भी शामिल थे, जिनकी पुलिस को तालाश थी। इन तीनों में से ही 2 आरोपियों की हत्या हुई है। उधर इस मामले में एसीपी निर्मल सिंह ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे सिविल अस्पताल जालंधर से थाना रामामंडी में फोन आया था कि उक्त जगह पर गोलियां लगने से दो युवक जख्मी हालत में सिविल अस्पताल आए हैं। जब पुलिस पार्टी पहुंची तो पता चला कि विनय मृत हालत में ही अस्पताल लाया गया था। इसके बाद इलाज के दौरान शिवम की भी मौत हो गई। इसके बाद क्राइम सीन पर एसीपी सेंट्रल निर्मल सिंह और थाना रामामंडी के एसएचओ अपनी टीम के साथ सिविल अस्पताल में पहुंच गए थे। जांच के बाद एसीपी निर्मल सिंह ने बताया कि हरजिंदर सिंह मनी नाम का युवक दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचा था। एसीपी निर्मल सिंह ने कहा कि शिवम, विनय व मन्ना रात 12.30 बजे मनी के घर पर आए थे। तीनों ने रात करीब 2.30 बजे तक एक दूसरे से बातचीत की और हंसी मजाक किया। घर के पहले फ्लोर पर चार लोग एक ही कमरे में सोए हुए थे। सुबह करीब 4 बजे मनी को गोली चलने की आवाज सुनाई दी। उसने तुरंत लाइट जगाई तो देखा की मन्ना के हाथ में पिस्टल था। एसीपी ने कहा मन्ना ने पहले चार गोलियां शिवम को मारी व करीब 5 गोलियां तिवारी को मारी। तिवारी की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि शिवम की इलाज के दौरान मौत हो गई। शिवम ने मरने से पहले अपने साथियों के सामने कहा था कि उसे मन्ना ने गोलियां मारी है। इसके बाद आरोपी पर केस दर्ज कर उसे नामजद किया गया है। मरने वाले दोनों युवकों व हत्यारे के खिलाफ पहले भी केस दर्ज हैं। एसीपी निर्मल ने कहा कि जिस हथियार से गोलियां चलाई गई, उसे आरोपी अपने साथ ले गया था। क्राइम सीन से भी एक वेपन और एक गाड़ी बरामद की गई है। जांच में पता चला है कि तीनों ने मिलकर किसी वारदात को अंजाम देना था। फिलहाल आरोपी फरार है, जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाऐगा।