पंजाब सरकार ने दिया सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा का साथ ..हिमाचल चुनाव में इस मुद्दे को भुना सकती हैं विरोधी पार्टीयां
टाकिंग पंजाब
चंडीगड़। बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर को सेहत मंत्री की तरफ से फटे गद्दे पर लेटाने पर उनकी तरफ से दिए गए इस्तीफे को आखिरकार पंजाब सरकार ने स्वीकार कर लिया है। वाईस चांसलर व सेहत मंत्री विवाद में आखिरकार पंजाब सरकार ने सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा का ही साथ देना सही समझा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर का इस्तीफा मंजूर कर गवर्नर को भेज दिया है।
गवर्नर से मंजूरी मिलते ही यूनिवर्सिटी को नया वाइस चांसलर मिल जाऐगा। हालांकि वाइस चांसलर के इस्तीफा देने के बाद सीएम भगवंत मान ने वीसी को इस्तीफा वापस लेने के लिए भी कहा था, लेकिन मंत्री के हाथों हुई जलालत के बाद वीसी काम करने से इंकार कर दिया। अब अगर वीसी की विदायगी होती है तो इस मामले का खामियाजा आम आदमी पार्टी को हिमाचल प्रदेश चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
इसका कारण यह है कि वीसी हिमाचल से ताल्लुक रखते हैं। अब हिमाचल चुनाव में विरोधी पार्टीयां इस मुद्दे को भुना सकती हैं। डॉ. राज बहादुर एशिया के बेस्ट स्पाइन सर्जन माने जाते हैं। उन्होंने 45 साल के करियर में पीजीआई समेत 13 बड़े संस्थानों में काम किया। इसलिए वीसी का इस्तीफा मंजूर करना कहीं आम आदमी पार्टी को मंहगा न पड़ जाए।