डॉ. बीएस जौहल पर एससीएसटी की धारा के तहत मामला दर्ज होने के बाद भी विधायक ने कर लिया राजीनामा
अशोक मित्तल ने उनसे कहा.. डॉक्टर साब साढे जवाईं हन अते तू साढा पुत्र ऐं, चलो जफ्फी पाऊ ते गल्ल खत्म कर
टाकिंग पंजाब
जालंधर। जौहल अस्पताल में मरीज की मौत हो जाने के बाद से भड़का मामला अस्पताल के मालिक डॉ. बीएस जौहल पर एससीएसटी की धारा के तहत मामला दर्ज होने पर आकर रूक गया था। इस मामले में जहां वैस्ट से विधायक शीतल अंगुराल कूद पड़े थे, वहीं दूसरी तरफ आईएमए संस्था भी डॉ. जौहल के पक्ष में खड़ी हो गई थी। इस मामले में आज दोनो पक्षों के बीच बातचीत हुई, जिसमें दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया। इस राजीनामा करवाने में लवली स्वीट्स के मालिक का अहम रोल माना जा रहा है।
लवली स्वीटस के मालिक रमेश मित्तल ने ही दोनों पक्षों के बीच पड़ी इस खाई को खत्म करते हुए समझौता करवा दिया है। हालांकि दर्ज की गई एफआईआर को रद्द करना इतना आसान नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि सोमवार या मंगलवार को कानूनी कार्रवाई पूरी करके अदालत से इस मामले में अपील डाल पर्चा रद्द करवाया जा सकता है। इस बारे में जब डॉ. बीएस जौहल से बात हुई तो उन्होंने भी माना कि लवली स्वीट्स के मालिक रमेश मित्तल के कहने पर राजीनामा हो गया है।
उस समय विधायक शीतल अंगुराल ने भी कहा कि जो गलत फहमी हो गई थी, उसे क्लीयर कर लिया गया है। डॉ. जौहल ने कहा कि रमेश मित्तल ने सभी के बीच शीतल अंगुराल से कहा कि डॉक्टर साब साढे जवाईं हन अते तू साढा पुत्र ऐं, चलो जफ्फी पाऊ ते गल्ल खत्म करो। सभी ने उनकी बात को मान कर फैंसला कर लिया। हालाकि इस मामले में विधायक शीतल अंगुराल से बात नहीं हो सकी, उनका फोन ही स्विचऑफ आ रहा है।
कानून के हिसाब से देंखे तो एससीएसटी धारा में दर्ज हुए मामले में विधायक का पलड़ा भारी था। इसके अलावा आज ही उन्होने डॉ. दहिया पर कांग्रेसी होने का कहकर मामले को भड़काने के आरोप भी लगाए थे। फिर अचानक विधायक का राजीनामा कर लेना, समझ नहीं आ रहा है। अब उक्त महिला या फिर उसके परिवार का क्या होगा, जिसे विधायक अपनी बहन कहकर इंसाफ दिलाने की बात कर रहे थे। खैर जैसे ही विधायक जी से बात होती है, उनका पक्ष भी रखा जाऐगा। आप तब तक टाकिंग पंजाब के साथ बने रहिएगा।