आम आदमी पार्टी पंजाब में सरकार बनाने के बाद अब हिमाचल व गुजरात में सरकार बनाने के लिए आए दिन नए नए वादे कर रही है। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के किसानों को वादा कर डावा कि पंजाब की तरह गुजरात में भी आप की सरकार बनने पर विभिन्न फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। आप संयोजक ने यह बयान दे तो दिया लेकिन इस बयान के बाद वह विरोधी पार्टीयों व किसानों के निशाने पर आ गए हैं।
भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां की माने तो गेहूं, धान व कपास पहले से ही केंद्र सरकार द्वारा खरीदी जा रही है। शेष फसलों पर केंद्र सरकार केवल एसमएसपी की घोषणा करती है, लेकिन खरीदती नहीं है। इस वर्ष आप सरकार ने मूंग की फसल एमएसपी पर खरीदने की घोषणा की थी लेकिन कुल पैदावार में से के 10 प्रतिशत फसल पर ही एमएसपी पर खरीदी गई, बाकी 90 प्रतिशत फसल किसानों ने व्यापारियों को एमएसपी से कम दाम पर बेची।
नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने केजरीवाल के बयान को गलत बताते हुए कहा कि यह चुनाव में लोगों को गुमराह करने वाला बयान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मूंग की फसल पर एमएसपी पर खरीदने की घोषणा की, लेकिन पूरी फसल नहीं खरीदी। धान की सीधी बिजाई करने पर किसानों को 1500 रुपए प्रति एकड़ देने का वादा किया लेकिन एक भी पैसा नहीं दिया।
शिरोमणि अकाली दल के नेता डा. दलजीत सिंह चीमा व भारतीय जनता पार्टी के महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने भी केजरीवाल के दावे को झूठ का पुलिंदा बताया। डा. सुभाष शर्मा ने कहा कि जो सूची केजरीवाल ने दी है उसमें गेहूं, धान व कपास की फसलें पहले से ही केंद्र सरकार एमएसपी पर खरीद रही है। जहां तक मूंग की बात है तो उसका परिणाम सबके सामने है। किसानों से धोखा किया गया है व अब इसी धोखे को गुजरात में दोहराने की साजिश चल रही है।