टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। एक लंबे समय से कोविड 19 से राहत मिलने के बाद एक बार फिर से इसका खतरा सिर पर मंडराने लगा है। कोविड-19 की चुनौती अभी भी खत्म नहीं हुई है, बल्कि दुनिया भर में यह चुनौती अभी भी बनी हुई है। कोविड का खतरा इस लिए भी बरकरार है क्योकि लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से दर्ज किए गए हैं। वर्ष 2020 के आरंभ में महामारी शुरू होने के बाद से दिल्ली में कोविड के 20,07,097 मामले आ चुके हैं व 26,519 मौतें हो चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस से एक मरीज की मौत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी बृहस्पतिवार को आपात बैठक बुलाई है, जिसमे वह स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। आपको बता दें कि बुधवार को कोरोना के पांच नए मामले सामने आए। वहीं, पिछले 24 घंटे में एक मरीज की मौत हो गई और आठ मरीज स्वस्थ हुए। संक्रमण दर 0.19 प्रतिशत रही। मौजूदा समय में दिल्ली में कोरोना के 27 सक्रिय मरीज हैं, जिनमे 19 मरीज होम आइसोलेशन में और तीन मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से एक मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और आइएलबीएस अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पाजिटिव सैंपल को जुटाया जा रहा है। सरकार के एक अधिकारी के अनुसार पाजिटिव सैंपल की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। इससे पता चल पाएगा की कोरोना का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बार फिर से रेंडम जांच की जाएगी। सूत्रों की माने तो कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। इसमें जाएगा कि किसी भी यात्री में कोई लक्षण तो नहीं। यदि किसी में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। यहां बता दें कि जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया था कि वायरस के उभरते हुए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार किया जाए। मामले की गंभीरता से लगता है कि भारत के साथ साथ पूरी दुनिया पर कोविड 19 का खतरा अभी भी बरकरार है.