एलपीयू का 17 सदस्यीय दल नई दिल्ली के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में लेगा भाग

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एलपीयू की भांगड़ा टीम का भी पंजाब राज्य की झांकी के साथ चलने व कर्तव्य पथ पर ‘भांगड़ा नृत्य’ करने के लिए हुआ है चयन

टाकिंग पंजाब

जालंधर। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के एनसीसी, एनएसएस, कल्चरल और मेरिट डोमेन के 17 विद्यार्थी इस वर्ष 2023 में नई दिल्ली में 26 से 29 जनवरी तक  आयोजित होने वाले 74वें राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेंगे। ये सभी विद्यार्थी संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित क्षेत्रीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक कठोर चयन प्रक्रिया के बाद चयनित हुए  है। निर्धारित ‘गणतंत्र दिवस (आरडी)’ परेड शिविरों को मेधावी ढंग से पूरा करने के बाद एलपीयू से चयनित विद्यार्थियों  का अब तक का सबसे बड़ा दल माननीय भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों की सम्मानित उपस्थिति में कर्तव्य पथ पर नई दिल्ली में प्रदर्शन करेगा।       एनसीसी विंग से चुने गए एलपीयू के छात्र अंडर ऑफिसर सुमित जांगड़ा गार्ड ऑफ ऑनर के लिए गार्ड कमांडर के रूप में; पीएम रैली के लिए अवर अधिकारी तुषार; सर्वश्रेष्ठ कैडेट पुरस्कार और पीएम रैली के लिए सार्जेंट इशिका त्रिपाठी; और, कर्तव्य पथ के लिए लांस कॉर्पोरल करमजीत सिंह हैं । एनएसएस की छात्रा अलका एनएसएस स्वयंसेवकों की राष्ट्रीय टीम में शामिल हैं। दो अन्य छात्रों शिवम अग्रवाल और आकाश कुमार को ‘मेधावी छात्र’ श्रेणी के तहत चुना गया है। उन्हें प्रधानमंत्री के विशिष्ट ‘बॉक्स’ से परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया  है। इसके अलावा, एलपीयू के दस लोगों की एक भांगड़ा टीम को पंजाब राज्य की झांकी के साथ चलने और कर्तव्य पथ पर ‘भांगड़ा नृत्य’ करने के लिए भी चुना गया है।      देश के सर्वश्रेष्ठ कैडेटों, स्वयंसेवकों, कलाकारों में आंके गए  एलपीयू के ये सभी विद्यार्थी  गरिमा के साथ फहराए गए तिरंगे को सलामी देंगे। चयनित विद्यार्थियों  को बधाई देते हुए, प्रो चांसलर रश्मी मित्तल ने साझा किया कि हमारे विद्यार्थियों को  वास्तव में भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, अन्य अर्ध-सैन्य बलों और विभिन्न अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंडलों के साथ परेड करने का सुनहरा अवसर मिला है। एलपीयू में हम सभी उन्हें देश की सबसे बड़ी सांस्कृतिक प्रतियोगिता का हिस्सा बनते देख खुश हैं, जो विविधतापूर्ण लेकिन एकजुट भारत का प्रतीक है, जिस प्रकार  एलपीयू कैंपस भी  अपने आप में एक संयुक्त मिनी-इंडिया और ग्लोब है।

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