कांग्रेस से दिया अस्तीफा.. कहा.. गुटबाजी ले बैठी कॉंग्रेस को..चौथी पार्टी में किस्मत आजमाने पहुंचे पूर्व वित मंत्री
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। पंजाब के वित्त मंत्री रहे व कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल ने कांग्रेस से अस्तीफा दे दिया है। मनप्रीत बादल ने कांग्रेस को छोड़ने का कारण गुटबाजी बताया है। उनका कहना है कि कांग्रेस गुटबाजी के कारण टूट रहीं है व कांग्रेस को गुटबाजी का बड़ा नुकसान हो रहा है। पहले शिरोमणि अकाली दल, फिर पंजाब पीपुल्स पार्टी, फिर कांग्रेस का दामन थामने वाले पूर्व वित मंत्री मनप्रीत बादल आज भाजपा के हो गए। उन्होंने बीजेपी ज्वाईन कर ली व केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने उन्हें पार्टी ज्वाईन करवाई। दरअसल मनप्रीत सिंह बादल ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भी दूरी बनाए रखी। इसी कारण वह पंजाब में यात्रा की शुरुआत से अभी तक कहीं साथ नहीं दिखे। सूत्रों के अनुसार मनप्रीत बादल की मौजूदा कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के साथ भी अनबन है। इस संबंध में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता भी अवगत हैं, लेकिन पूरी यात्रा के दौरान किसी कांग्रेसी नेता ने मनप्रीत सिंह बादल को साथ नहीं लिया और न ही उनके संबंध में कोई बातचीत की गई है। मनप्रीत बादल ने भी कहा कि वह भरे मन से कांग्रेस को अलविदा कह रहे है। आपको बता दे कि पंजाब की सत्ता हासिल करने की चाह लिए भाजपा पंजाब से मजबूत सिख चेहरों की तलाश कर रही है। पहले कैप्टेन अमरिंदर सिंह, फिर मंजीत सिंह सिरसा व अब मनप्रीत बादल को पार्टी में शामिल करके भाजपा पंजाब में अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है। इसका मतलब यह है कि खुद को हिन्दू पार्टी कहने वाली भाजपा को पंजाब में सत्ता हासिल करने के लिए मजबूत सिख चेहरों की जरूरत महसूस हो रही है। हालांकि मनप्रीत बादल के भी राजनीती सफऱ कुछ खासा अच्छा रहा नहीं है। मनप्रीत बादल अपने छोटे से राजनितिक करियर में 4 पार्टियां बदल चुके है। मनप्रीत बादल ने 2007 से 2010 तक प्रकाश सिंह बादल की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया है। मनप्रीत ने 2011 में शिरोमणि अकाली दल से अलग होकर पंजाब पीपुल्स पार्टी बना ली थी। उन्होंने भाकपा और शिअद (लोंगोवाल) के साथ मिलकर सांझा मोर्चा बनाया था, लेकिन चुनाव में इस मोर्चे का वोट शेयर महज 6 फीसदी ही रह गया था। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद 2017 में वो फिर विधायक बने और कैप्टन सरकार में एक बार फिर उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में पद संभाला। अब उन्होंने कांग्रेस को भी अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया है। मनप्रीत बादल का इस्तीफा देने के बाद पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली है।
राजा वड़िंग ने ट्वीट कर लिखा कि अच्छा हुआ छुटकारा हो गया। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि मनप्रीत बादल सत्ता के भूखे हैं। जब वह कांग्रेस में शामिल हुए, तो उन्हें पता था कि पार्टी जीत रही है। राजा वड़िंग ने कहा कि मनप्रीत बादल के लिए 5 साल तक सत्ता से बाहर रहना बहुत मुश्किल था। वड़िंग ने कहा कि मनप्रीत बादल को शहादत का रोना रोने की बजाय कांग्रेस के साथ किए विश्वासघात की माफी मांगनी चाहिए।