1 फरवरी को पेश होने वाले इस बजट सत्र को लेकर संसद में है हँगामे के आसार
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। एक फरवरी सुबह 11 बजे वित्त मंत्री द्वारा आम बजट 2023-24 पेश करने से पहले संसद का बजट सत्र मंगलवार सुबह 11 बजे से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के साथ इस सत्र की शुरुआत हुई। राष्ट्रपति ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को संबोधित किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आर्थिक सर्वे पेश किया।
1 फरवरी को पेश होने वाले इस बजट सत्र को लेकर संसद में हंगामे के आसार हैं। आम आदमी पार्टी और भारत राष्ट्र समिति ने अभिभाषण के बहिष्कार करने का फैसला लिया है। बीआरएस के सांसद केशव राव ने कहा कि हम राष्ट्रपति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम लोकतांत्रिक विरोध के माध्यम से एनडीए सरकार की शासन विफलताओं को उजागर करना चाहते हैं। उधर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा, “इससे अच्छा गौरव का अवसर नहीं हो सकता, जब उस वर्ग की महिला अभिभाषण दे रही हो जिसके लिए आजादी का अमृत काल ही तय था। आप और बीआरएस इस सुंदर अवसर से चूकी है ये उनका दुर्भाग्य था। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के खिलाफ हमारे पास कई मुद्दे हैं। हम इन मुद्दों को एक-एक कर संसद में उठाएंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बेरोजगारी को लेकर कुछ नहीं था। हम और देश की जनता सरकार की नाकामी देख पा रही है। वे सिर्फ बोलते है, करते कुछ नहीं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण दोहराता है कि सरकार क्या चाहती है और क्या करती है। राष्ट्रपति सरकार का बयान पेश करते हैं। फिर भी हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का सम्मान करते हैं। सदन में जब चर्चा होगी तब हम अपने विचार रखेंगे। सरकार के खिलाफ बहुत से मुद्दे हैं।