सिसोदिया पर विपक्षी नेताओं की जासूसी करवाने का आरोप .. बोले, अपने प्रतिद्वंदियों को झूठे केस में फंसाना कमजोर व कायर इंसान की निशानी
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कार्रवाई करने की मंजूरी दे दी है। नेताओं व अफसरों की जासूसी करवाने के मामले मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने विपक्षी नेताओं की जासूसी करवाई थी। इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना केंद्र सरकार से सीबीआई जांच करवाने की अनुशंसा कर चुके हैं। इसके बाद सीबीआई ने मुकदमा दर्ज करने की अनमुति केंद्र सरकार से मांगी थी। गृह मंत्रालय की ओर से 17 फरवरी की तारीख से जारी चिट्ठी में सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई की अनुमति दी गई है। जानकारी के अनुसार साल 2015 में सत्ता में आने के बाद दिल्ली सरकार ने एक फीडबैक यूनिट (एफबीयू) बनाई थी जिसका काम हर विभाग पर नजर रखना था। सरकार का कहना था इससे उनकी मंशा यह है कि विभागों के भ्रष्टाचार पर नजर रखी जा सके। हालांकि, बाद में सरकार पर आरोप लगा कि इसके जरिए दिल्ली सरकार विपक्षी दलों के कामकाज पर नजर रख रही थी। दिल्ली सरकार के विजिलेंस विभाग के एक अधिकारी की शिकायत पर सीबीआई ने प्रारंभिक जांच की व 2016 में एजेंसी ने कहा कि सौंपे गए कार्य के अलावा, एफबीयू ने प्रमुख राजनीतिक व्यक्तियों की जासूसी की थी। सीबीआई के मुताबिक आठ महीनों के दौरान एफबीयू ने 700 से अधिक मामलों की जांच की थी। इनमें से 60 प्रतिशत मामलों में राजनीतिक खुफिया जानकारी जुटाई गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक एफबीयू की स्थापना के लिए कोई प्रारंभिक मंजूरी नहीं ली गई थी, लेकिन अगस्त 2016 में सतर्कता विभाग ने अनुमोदन के लिए फाइल तत्कालीन एलजी नजीब जंग के पास भेजी थी। जंग ने दो बार फाइल को खारिज कर दिया। इसी बीच एलजी ने एफबीयू में प्रथम दृष्टया अनियमितता पाई व मामले को सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में सरकारी खजाने में नुकसान का भी जिक्र किया था। एजेंसी की मानें तो फीडबैक यूनिट के गठन और काम करने के गैरकानूनी तरीके से सरकारी खजाने को लगभग 36 लाख रुपये का नुकसान हुआ। सीबीआई ने कहा था कि किसी अधिकारी या विभाग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा के आरोपों को झूठ का पुलिंदा बताया है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा है कि अपने प्रतिद्वंदियों को झूठे केस में फंसाना कमजोर व कायर इंसान की निशानी है। जैसे जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ेगी, हम पर और भी बहुत केस किए जाएंगे।