अजनाला में हुए उग्र प्रर्दशन पर कार्रवाई न होने पर बोले एसएसपी.. कहा, अपने साथ गुरूग्रंथ साहब लेकर आया था अमृतपाल, जवाबी कार्रवाई करते तो बात बिगड़ जाती
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। आजनाला में कल हुए उग्र प्रर्दशन के बाद भाई अमृतपाल सिंह के साथी लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान की रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। इसके चलते आज तूफान सिंह को रिहा कर दिया गया है व जेल से बाहर आ गया हैं। तूफान के वकील के अनुसार कोर्ट ने ईमेल के जरिए रिहाई का आदेश जेल प्रबंधन को भेज दिया था। तूफान का जेल प्रबंधन की तरफ से जेल के भीतर मेडिकल जांच भी करवाई गई। अब पंजाब के साथ साथ पूरे देश में यह चर्चा छिड़ गई है कि आखिर पुलिस ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया।
इस मामले में एक चैनल को दिए इंटरव्यु में पंजाब पुलिस के एसएसपी हरपाल सिंह का कहना कि कल जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। पंजाब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई इसलिए नहीं की, क्योंकि अमृतपाल अपने साथ गुरूग्रंथ साहब लेकर आया था। अगर हम जवाबी कार्रवाई करते तो बात बहुत बिगड़ जाती। हमने गुरुग्रंथ साहब का सम्मान किया। अमृतपाल ने पहले कहा था कि वो सिर्फ़ शांतिपूर्ण धरना देगा, लेकिन अमृतपाल ने हमें धोखा दिया। उसके लोगों ने पंजाब पुलिस पर हमला किया, पर हमने बिल्कुल जवाब नहीं दिया, क्योंकि गुरुग्रंथ साहिब सामने थे।
हरपाल सिंह ने आगे कहा कि मैं पंजाब पुलिस के जवानों को सैल्यूट करना चाहूंगा, जिन्होंने जवाब नहीं दिया। पंजाब में क़ानून का राज है व अमृतपाल कानून से बड़ा नहीं है। कल अगर हम ज़रा भी एक्शन ले लेते तो पूरे पंजाब में हालात ख़राब हो सकते थे। हमें जो मौक़े पर ठीक लगा वो किया, लेकिन जो कल हुआ उसमें क़ानून के हिसाब से कार्यवाही होगी। खालिस्तानी आंदोलन पर उन्होंने कहा कि पंजाब में कोई खालिस्तानी आंदोलन नहीं होने जा रहा। हम पूरे देश को यक़ीन दिलाना चाहते हैं कि पंजाब में क़ानून का राज है। सिट का गठन हुआ है व सबकी भूमिका की जांच होगी।
उन्होंने बताया कि लवप्रीत तूफान रिहा करने का आवेदन दिया गया था। कोर्ट ने उसे रिहा करने का आदेश दिया था, जिसके चलते उसे रिहा किया गया है। उधर पुलिस के इस ब्यान के बाद भाई अमृतपाल सिंह का भी ब्यान आया है। बाई अमृतपालसिंह का कहना है कि उन्होंने श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का अपमान व उसे यूज नहीं किया। मैं श्री गुरू ग्रंछ साहिब के आगे था, पीछे नहीं। इस लिए यह कहना गलत है कि हमने श्री गुरुग्रंथ साहिब का सहारा लिया। हमने अपने दम पर सभी कुछ किया है व यह सभी कुछ उन्हें बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।