डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप व अन्य टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को आधार कार्ड हिस्ट्री अपडेट, हिस्ट्री वैरीफिकेशन करवाना होगा अनिवार्य
टाकिंग पंजाब
जालंधर। खेल प्रतियोगिताओं में उम्र कम कर खेलने वाले खिलाडिय़ों पर अंकुश लगाने के लिए डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन ने आधार कार्ड हिस्ट्री अपडेट वैरीफिकेशन को लागू कर दिया है। इस बारे में पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं डीबीए सचिव रितिन खन्ना ने बताया कि सब जूनियर एवं जूनियर वर्ग में आयु फर्जीवाड़े के काफी मामले लगातार प्रतियोगिता के दौरान उजागर होते रहे हैं, जिनमेें अधिकतर खिलाड़ी अपनी उम्र 2 से 3 साल छोटी कर प्रतियोगिता में भाग लेते पाए गए जिस कारण बहुत से युवा खिलाडिय़ों का मनोबल गिर जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए समिति ने फैसला लिया है कि डीबीए, जालंधर की तरफ से आयोजित होने वाली डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप अथवा अन्य टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को आधार कार्ड हिस्ट्री अपडेट हिस्ट्री वैरीफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा। इस बारे में सर्कुलर जारी करते हुए उन्होंने बताया कि सभी खिलाडिय़ों को टूर्नामेंट के दौरान अपना आधार कार्ड लाना आवश्यक होगा और उनका आधार कार्ड मोबाइल से लिंक होना जरूरी है ताकि आधार कार्ड हिस्ट्री वैरीफिकेशन के वक्त ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) मिल सके। अगर किसी खिलाड़ी के खिलाफ शिकायत आती है तो तत्काल आधार कार्ड हिस्ट्री अपडेट वैरीफिकेशन किया जाएगा। इसका शुल्क 3 हजार रुपए होगा, जोकि डीबीए की तरफ से वसूला जाएगा। अगर कोई खिलाड़ी वेरीफिकेशन से इंकार करता है या किसी वजह से ओटीपी मुहैया करवाने में असमर्थ होता है तो उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जाएगा। रितिन खन्ना ने कहा कि डीबीए आशान्वित है कि खिलाड़ी इस कदम को लागू करवाने में सहयोग प्रदान करेंगे। ज्ञात रहे बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी यह प्रणाली हाल ही में लागू की है। आपको बता दें कि जालंधर बैडमिंटन एसोसिएशन इस प्रणाली को लागू करने वाली पंजाब की पहली खेल एसोसिएशन है। अब जानना यह जरूरी है कि इस हिस्ट्री अपडेट वैरीफिकेशन को कैसे करें। आधार कार्ड हिस्ट्री वैरीफिकेशन के लिए सबसे पहले यूआईडीएआई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद माय आधार ऑप्शन पर क्लिक करके आधार सर्विसेज के ऑप्शन का चुनाव करना होगा। फिर आगे आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद आपसे आधार नंबर मांगा जाएगा जिसमें 12 नंबर का आधार नंबर दर्ज किया जाएगा। फिर कैप्चा कोड भरने के बाद ओटीपी दर्ज करना होगा। इसके बाद आप उस अवधि का चुनाव करें जिसके बीच का आपको आधार डिटेल्स चेक करना है। यहां आप आधार की हिस्ट्री चेक कर सकते हैं। इस प्रणाली में आपको एक साथ कुल 50 आधार ट्रांजैक्शन के डिटेल्स का पता चल जाएगा। नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जन्म तिथि, लिंग और पता जैसी जानकारी आधार अपडेट हिस्ट्री में होती है।
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