एलन मस्क की कनाडाई नागरिकता रद्द करने हेतु हाउस ऑफ कॉमन्स में याचिका प्रायोजित

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नागरिकता रद्द करने की याचिका पर एक सप्ताह में ही 315,000 से अधिक कनाडाई कर चुके हैं हस्ताक्षर…

टाकिंग पंजाब

नई दिल्ली। संसद सदस्य चार्ली एंगस द्वारा एलन मस्क की कनाडाई नागरिकता रद्द करने के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स में एक याचिका प्रायोजित की गई थी। ​इस याचिका को पेश किए हुए एक सप्ताह से भी कम समय हुआ है और इस पर 315,000 से अधिक कनाडाई हस्ताक्षर कर चुके हैं। याचिका में प्रधानमंत्री से मस्क की नागरिकता रद्द करने की मांग की गई है क्योंकि उन्होंने “ऐसी गतिविधियों में भाग लिया है जो कनाडा के राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध हैं। इस याचिका की शुरुआत ब्रिटिश कोलंबिया के नानाइमो से लेखिका क्वालिया रीड ने की थी। याचिका में कहा गया है कि मस्क अब एक विदेशी सरकार के सदस्य बन गए हैं जो कनाडा की संप्रभुता को मिटाने का प्रयास कर रही है।  कनाडा की संप्रभुता पर हमला करने के उनके इन प्रयासों को संबोधित किया जाना चाहिए। मस्क को अपनी मां मेय मस्क (नी हल्डरमैन) के माध्यम से कनाडा की नागरिकता मिली है, जो रेजिना, सस्केचेवान में पैदा हुई थीं। वर्तमान में, एलन मस्क के पास कनाडा-अमेरिका की दोहरी नागरिकता है। सीबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में एंगस ने कहा कि उन्हें पता है कि याचिका दायर करने से उनकी नागरिकता रद्द नहीं होगी, लेकिन लोग मस्क के लोकतंत्र विरोधी कार्यों पर अपना गुस्सा जाहिर करना चाहते हैं। एंगस ने कहा कि मस्क ने कहा है कि कनाडा एक वास्तविक देश नहीं है और वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दाहिने हाथ हैं, जो यह नहीं मानते कि कनाडा को अस्तित्व में रहने का अधिकार है, इसलिए मस्क कनाडा की संप्रभुता के लिए सीधा खतरा बन सकते हैं।   एंगस एलन मस्क के एक ट्वीट का जिक्र कर रहे थे जिसमें याचिका के जवाब में कहा गया था कि “कनाडा एक वास्तविक देश नहीं है”, लेकिन बाद में उन्होंने उस ट्वीट को हटा लिया। कनाडा की नागरिकता केवल तभी रद्द की जा सकती है जब किसी व्यक्ति ने धोखाधड़ी की हो, खुद को गलत तरीके से पेश किया हो या जानबूझ कर आव्रजन या नागरिकता आवेदन पर जानकारी छिपाई हो। स्टीफन हार्पर की कंजर्वेटिव सरकार ने 2015 में एक बिल C-24 पेश किया था जिसमें आतंक, देशद्रोह या जासूसी के लिए नागरिकता रद्द करने की मांग की गई थी। यह लिबरल पार्टी के तत्कालीन नेता जस्टिन ट्रूडो के साथ गरमा-गरम बहस का विषय रहा था। नागरिकता से जुड़ी किसी भी शर्त का विरोध करते हुए कहा था कि इससे इसका मूल्य कम होता है।   ट्रूडो ने तर्क दिया था कि अपराधों से निपटने के लिए उचित कानून और दंड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, न कि नागरिकता को सशर्त बनाना चाहिए। जनवरी में एनडीपी सांसद एंगस ने चुनाव कनाडा को पत्र लिखकर मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी एक्स की जांच करने की मांग की और यह भी पूछा कि इसका इस्तेमाल कनाडा के संघीय चुनाव में हेरफेर करने के लिए कैसे किया जा सकता है। उन्होंने चुनाव निकाय से मस्क से एल्गोरिदम पारदर्शिता पर प्रतिबद्धता प्राप्त करने के लिए कहा, जिससे चुनाव पर्यवेक्षकों को यह देखने की अनुमति मिलेगी कि क्या एक्स राजनीतिक सामग्री के प्रचार या दमन में हस्तक्षेप कर रहा है।

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