
इस मुद्दे को लेकर देशव्यापी आंदोलन चलाएगी कांग्रेस .. मुद्दे को हर प्रदेश व जिला स्तर तक पहुंचाने की कोशिश
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। हाल ही में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ी होने का खुलासा किया था। इसके बाद देश की सियासत में काफी हो-हल्ला हुआ था। राहुल गांधी के इन आरोपों को लेकर सियासत अब गर्म हो गई है। कांग्रेस चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के खुलासे को लेकर देशव्यापी अभियान चलाने जा रही है। इसकी रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार शाम को दिल्ली स्थित पार्टी के पुराने मुख्यालय में महासचिवों व प्रभारियों की अहम बैठक बुलाई है।
दरअसल इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कथित ‘वोट चोरी’ को लेकर एक प्रजेंटेशन दिया था, जिसे देखने के बाद वरिष्ठ नेता शरद पवार ने सुझाव दिया था कि इसे हर प्रदेश व जिला स्तर तक दिखाना चाहिए। अब कांग्रेस ने शरद पवार के सुझाव पर अमल करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस आलाकमान ने शनिवार को देश भर के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालयों में राहुल गांधी की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो दिखाए जाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें उन्होंने गुरुवार को यह आरोप लगाया था कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान बेंगलुरु सेंट्रल सीट के अंतर्गत आने वाले महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर शामिल थे।
इस लोकसभा सीट पर भाजपा को करीब बत्तीस हजार वोटों से जीत मिली थी. इस कथित धांधली को ‘वोट चोरी’ का नाम देते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इसमें चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट जारी करने की मांग की। प्रेस कांफ्रेंस के कुछ घंटों बाद राहुल गांधी ने यही प्रजेंटेशन इंडिया गठबंधन के नेताओं के सामने भी पेश किया जो उनके आवास पर डिनर-मीटिंग में शामिल होने पहुंचे थे। इससे पहले राहुल गांधी ने बेंगलुरु में आयोजित रैली में कहा था कि यदि चुनाव आयोग पूरे देश की डिजिटल वोटर लिस्ट उन्हें सौंप दे तो वो साबित कर देंगे कि लोकसभा चुनाव में धोखाधड़ी हुई है।
दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने एक बार फिर नेता विपक्ष राहुल गांधी पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी यदि अपनों बातों को लेकर गंभीर हैं तो चुनाव आयोग को शपथ पत्र सौंपें। इसके जवाब में राहुल गांधी ने अपने तेवर बरकरार रखते हुए कहा कि मैंने संसद में शपथ ली है, संविधान की शपथ ली है, जनता के अधिकारों की रक्षा की शपथ ली है, और वही निभा रहा हूं। चुनाव आयोग बताए, क्या उन्हें निष्पक्षता और पारदर्शिता से अपना कर्तव्य निभाने की शपथ अब भी याद है ? कांग्रेस सूत्रों की माने तो इंडिया गठबंधन के सांसद सोमवार को बिहार में जारी एसआईआर की प्रक्रिया के खिलाफ संसद भवन से चुनाव आयोग तक मार्च भी निकालेंगे।
चुनाव आयोग को घेरने की विपक्ष की रणनीति तो अपनी जगह है, लेकिन वोटर लिस्ट से जुड़े कांग्रेस के रिसर्च और राहुल गांधी के खुलासे की खूब चर्चा हो रही है। इस मुद्दे पर राहुल गांधी को इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं का भी समर्थन मिला है। सकारात्मक फीडबैक के बाद अब कांग्रेस इसका संदेश देश में आक्रामक तरीके से ले जाना चाहती है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी का खुलासा हिट रहा और एकदम निशाने पर लगा है। इस पर देशव्यापी अभियान के जरिए पार्टी आम लोगों के बीच इस मुद्दे को चर्चा का विषय बनाना चाहती है। साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को वोटर लिस्ट को लेकर सचेत करने का लक्ष्य भी है। अब यह मुद्दा कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद रहता है, यह तो समय ही बताऐगा। 









