
सदन में पंजाब राइट टू बिजनेस (संशोधन) विधेयक, 2025 समेत सर्वसम्मति से पास कुल 6 बिल
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ। पंजाब में बाढ़ को लेकर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र दौरान खूब हंगामा देखने को मिला। कार्यवाही के दौरान सत्ता और विपक्षी दलों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली, जिसके चलते स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को विधायकों व मंत्रियों को सदन में शिष्टाचार बनाए रखने की नसीहत देनी पड़ गई। उन्होंने कहा कि यदि हम सदन की मर्यादा बनाए रखेंगे, तो जनता को अच्छा लगेगा।
हंगामे के बाद सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्रवाई के अंतिम दिन पंजाब राइट टू बिजनेस (संशोधन) विधेयक, 2025 समेत कुल 6 बिल सर्वसम्मति से पास किए गए। साथ ही पंजाब पुनर्वास पर भी प्रस्ताव पास किया गया। फिलहाल विधानसभा में मुख्यमंत्री मान की तरफ से की गई बड़ी बातों की बात करें तो सबसे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उन्होंने घोषणा की कि 15 अक्टूबर तक बाढ़ से प्रभावित किसानों, पशुपालकों और अन्य लोगों को मुआवज़े के चेक बाटेंगे, ताकि दिवाली से पहले राहत पहुंचे।
इसके बाद उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा फोर्स के चलते 48 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में मौतें कम हुई हैं। उन्होंने बताया कि 16 टोल प्लाज़ा बंद करने से लोगों के लाखों रुपये बच रहे हैं, जिनमें पंजाबी ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हैं। तीसरी बात करते हुए सीएम ने कहा कि हमारी लड़ाई दिल्ली वाले मोदी से है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की ओर से राहत राशि के नाम पर केवल 1600 करोड़ का दावा किया गया, जिसमें से 241 करोड़ ही भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बड़ी आपदा एक बड़ा सबक देती है।
थॉमस एडीसन की कहानी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि गलतियों से सीखकर ही सुधार होता है। बाढ़ से भी सरकार ने बहुत कुछ सीखा है, इसलिए किसी पर दोष मढ़ना उचित नहीं है। सीएम ने कांग्रेस नेता राणा गुरजीत सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1984 में खुद ही अपनी कब्र खोदी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब इतिहास में दफन कर दिया जाएगा। बीजेपी पर तंज कसते हुए सीएम मान ने नकली विधानसभा चलाने का आरोप लगाया। सीएम मान ने कहा कि “बारात बैठी है, दूल्हा नहीं।
सदन में चल रहे आरोप प्रत्यारोप के बीच बीजेपी ने इस सेशन का बायकॉट कर दिया। इसके बाद भाजपा ने सेक्टर-37 में ‘जनता की विधानसभा’ लगाई। मंत्री हरभजन ईटीओ ने कहा कि भाजपा चर्चा से भाग रही है। उन्हें विधानसभा में आकर अपनी बात रखनी चाहिए। वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि बीजेपी समानांतर सेशन चलाकर संविधान का मजाक उड़ा रही है। कुल मिलाकर इस सदन की कार्रवाई में बिल तो पास हुए लेकिन सदन की यह कार्रवाई हंगामे की भेंट चड़ गई। 



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