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प्रतियोगिता में छात्रों ने टीम भावना, तकनीकी दक्षता व समस्या समाधान की कला का दिया परिचय
टाकिंग पंजाब
जालंधर। सीटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स, नॉर्थ कैंपस, मक्सूदां, जालंधर द्वारा गूगल डेवलपर समूह, जालंधर के सहयोग से “कोड, क्रिएट और सेलिब्रेट” की थीम पर आधारित 30 घंटे का नॉन-स्टॉप हैकाथॉन- “डेवक्रिएटबिल्डफेस्ट1.0” सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस कोडिंग मैराथन में पंजाब और उत्तर भारत के श्रेष्ठ युवा तकनीकी दिमागों ने हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने 30 घंटे लगातार कोडिंग करते हुए नवाचार आधारित समाधान, वेब एप्लिकेशन और एआई मॉडल तैयार किए जो वास्तविक समस्याओं को हल कर सकें। इस प्रतियोगिता में शारदा यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, सीजीसी झंझेरी, जीएनए यूनिवर्सिटी, एलपीयू, डीएवी यूनिवर्सिटी, जीएनडीयू, आईकेजी-पीटीयू, संत बाबा भाग सिंह यूनिवर्सिटी, लमरिन टेक यूनिवर्सिटी, गुलजार ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़, एपीजेमआईटी, डीएवी कॉलेज अमृतसर व जालंधर, एलकेसी टेक्निकल कैंपस, सीटी यूनिवर्सिटी, पीसीटीई, मेहर चंद पॉलिटेक्निक, डीएवीआईईटी, अमृतसर ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़, यूआईईटी चंडीगढ़, मालोट आईएमआईटी, आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज, और स्वामी विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी समेत 25+ कॉलेजों के 800 छात्रों ने भाग लिया।
इस 30 घंटे की प्रतियोगिता में छात्रों ने टीम भावना, तकनीकी दक्षता और समस्या समाधान की कला का परिचय दिया। हैकाथॉन के दौरान विशाल कुमार (को-फाउंडर, फ्यूचरएज लैब्स) द्वारा साइबर सुरक्षा पर जानकारीपूर्ण सेशन और अवधेश शुक्ला (लीड सिक्योरिटी कंसल्टेंट, क्विक हील) द्वारा प्रेरणादायक भाषण भी प्रस्तुत किया गया। डेवक्रिएटबिल्डफेस्ट 1.0 हैकाथॉन का समापन अत्यंत उत्साहजनक रहा, जिसमें प्रतिभागियों के उत्कृष्ट नवाचारों को सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में गुलजार ग्रुप ऑफ़कॉलेजेज़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। सीटी यूनिवर्सिटी, लुधियाना ने द्वितीय स्थान के साथ-साथ एक सांत्वना पुरस्कार भी अर्जित किया। वहीं, डीएवीआईईटी कॉलेज, जालंधर को तृतीय स्थान से नवाजा गया।
इसके अतिरिक्त, हैकाथॉन में विशिष्ट श्रेणियों में भी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। लमरिन टेक यूनिवर्सिटी को उनके प्रोजेक्ट में जैमिनी के सर्वश्रेष्ठ उपयोग के लिए “बेस्ट यूज़ ऑफ़जैमिनी” का पुरस्कार मिला। आईकेजी-पीटीयू, होशियारपुर को “बेस्ट डिज़ाइन”, लायलपुर खालसा कॉलेज को “बेस्ट सोशल इम्पैक्ट” और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को “बेस्ट वुमन-लेड टीम” के विशेष खिताब से सम्मानित किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन पर सीटी ग्रुप ऑफ़इंस्टीट्यूशन्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी प्रेरणादायक प्रतिक्रियाएँ साझा कीं जिसमें अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि ऐसे हैकाथॉन छात्रों को कक्षा से बाहर सोचने और असल दुनिया की समस्याओं के समाधान खोजने की प्रेरणा देते हैं। नवाचार वहीं पनपता है जहाँ युवा मिलकर प्रयोग करते हैं।
सीटी ग्रुप सदैव ऐसे मंचों को प्रोत्साहित करता रहेगा। प्रबंधक निदेशक, डॉ. मनबीर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह 30 घंटे की चुनौती केवल कोडिंग तक सीमित नहीं थी। यह सहनशीलता, टीमवर्क और व्यावहारिक नवाचार की असली परीक्षा थी। हमारा उद्देश्य छात्रों को उद्योग के अनुकूल और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब में तकनीकी नवाचार की यह तस्वीर दर्शाती है कि हमारे युवा किस स्तर तक सोच सकते हैं। विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों से आए विद्यार्थियों की ऊर्जा, जुनून और विचार सच में प्रेरणादायक रहे। कार्यकारी निदेशक, डॉ. नितिन टंडन ने कहा कि डिजिटल नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सीटी ग्रुप लगातार कार्य कर रहा है। यह हैकाथॉनअनुभवात्मक शिक्षा और अंतरविषयी सहयोग का एक उच्च स्तरीय उदाहरण बना है। कैंपस निदेशक, डॉ. अनुराग शर्मा ने आयोजन की सफलता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि डेवक्रिएटबिल्डफेस्ट 1.0 ने यह सिद्ध कर दिया कि जब युवा मिलकर कार्य करते हैं, तो नवाचार का जन्म होता है। हमारा उद्देश्य ऐसे विचारशील और समस्याओं का समाधान करने वाले छात्रों को तैयार करना है जो देश की तकनीकी प्रगति में योगदान दें। इस आयोजन को सफल बनाने में डॉ. इंदरपाल सिंह (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साइंस) और इंजीनियर अनु अरोड़ा (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर एप्लीकेशन) ने सह-संयोजकों की भूमिका में उत्कृष्ट समन्वय करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया।