सरबत खालसा बुलाने की जरूरत नहीं है, वो भी अमृतपाल सिंह के कहने पर जिसके पीछे पुलिस लगी है- जरनैल सिंह सखीरा
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। अमृतपाल सिंह के सरबत खालसा बुलाए जाने की मांग पर श्री अकाल तख़्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का तो अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है लेकिन 2015 में सरबत खालसा बुलाने के लिए एक्टिव रहे जरनैल सिंह सखीरा ने एक इंटरव्यू में कहा है कि सरबत खालसा बुलाने की जरूरत नहीं है। वो भी अमृतपाल सिंह के कहने पर जिसके पीछे पुलिस लगी हुई है। उनके इस बयान से ऐसा लग रहा है कि वह सरबत खालसा बुलाने के हक में नहीं है। उधर दूसरी तरफ श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने तलवंडी साबो पहुंचकर मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के काफ़ी मायने माने जा रहें हैं। पंजाब में चल रही इन परिस्थितियों के बीच इस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार खुलकर पंजाब का साथ देने की बात कही है। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा है कि कानून व्यवस्था के मामले में वह पंजाब के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि मैं हर तीन महीने में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिलता हूं। किसी भी राज्य में लॉ एंड ऑर्डर होता है तो पार्टीबाजी से ऊपर उठकर केंद्र उनके साथ खड़ी होती है। पंजाब सरकार इस मामले में जो भी कदम उठा रही है, केंद्र उनके साथ है। इस दौरान अमृतपाल को पकड़ने में पुलिस की नाकामी के सवाल पर शाह ने कहा कि इतनी जल्दी इसका आकलन नहीं करना चाहिए। कई लोगों की गिरफ्तारी हुई। एनएसए भी लगाया गया। पुलिस और एजेंसियां काम कर रही हैं। आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है व उसने बीती दिनी सरेंडर करने की बात कहते हुए कुछ शर्ते रखी हैं, जिनमें उससे मारपीट न करने, पंजाब की जेल में रखने और सरेंडर को गिरफ्तारी न दिखाने की बात कही है। जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहें हैं कि अमृतपाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर स्थित श्री अकाल तख्त साहिब में आकर सरेंडर कर सकता है। इसका पता चलते ही पुलिस ने वहां कड़ी सुरक्षा कर दी। इसके बाद सूचना आई कि वह बठिंडा के तलवंडी साबो स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब में सरेंडर कर सकता है।