कहा, रावी पार करो और पाक भाग जाओ.. अमृतपाल को सरेंडर भी नहीं करने की दी सलाह
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। पिछले 13 दिन से पुलिस के लिए सर दर्द बने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश जहाँ पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों कर रहीं है, वहीं इसलिए बीच सांसद सिमरणजीत सिंह मान ने अमृतपाल को पाकिस्तान भाग जाने की सलाह दी है। संगरूर के सांसद सिमरनजीत मान ने अमृतपाल को सलाह दी है कि वह रावी दरिया पार करे और पाकिस्तान भाग जाए। एक इंटरव्यू के दौरान मान ने कहा कि अमृतपाल का सरेंडर भी नहीं करना चाहिए, उसने गलती की। साथ में ही बॉर्डर था, नेपाल जाने की क्या जरूरत थी, रावी पार कर पाकिस्तान चला जाता। हम 1984 के बाद भी गए थे। जिंदगी खतरे में हो और सरकार ऐसा जुल्म करती हो तो सिख इतिहास में यह सब जायज है। मान ने कहा कि सरकार कह रही कि वह ISI का आदमी है। अमृतपाल वहां जाता तो ISI उसे गले लगा लेती। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब में एक बार फिर से बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पाकिस्तान से सटे पठानकोट में हाई अलर्ट कर दिया गया है। उसके डेरे या गुरुद्वारे में छिपने की आशंका के चलते श्री हरमंदिर साहिब समेत सभी बड़े धर्मस्थलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई हे। सासंद सिमरणजीत सिंह मान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमृतपाल कह रहा है कि मैं पूरी तरह आजाद हूं, भगोड़ा नहीं हूं। गुरुवार को जारी एक वीडियो में उसने कहा कि जल्द ही संगत के सामने आऊंगा। मैंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मांग की है कि श्री अकाल तख्त से श्री दमदमा साहिब तक खालसा वहीर निकाली जाए। साथ ही बैसाखी वाले दिन सरबत खालसा बुलाया जाए। केश कत्ल करने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। उधर अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस तलाश तो कर रहीं है लेकिन पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अमृतपाल सिंह की तलाश कर रही पुलिस की टीम को आदेश दिया है कि अमृतपाल सिंह व पपलप्रीत की तलाश करे लेकिन हथियार का इस्तेमाल न करें। ऐसा कोई कदम न उठाया जाए, जिससे अमृतपाल सिंह व पपलप्रीत सिंह को चोट लगे। इससे पंजाब में हालात खराब हो सकते हैं। इसके अलावा अमृतपाल के डेरे या गुरुद्वारे में छिपने की आशंका के चलते श्री हरमंदिर साहिब समेत सभी बड़े धर्मस्थलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अतिरिक्त पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। वहीं, होशियारपुर में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस ने आखिरी बार उसे होशियारपुर के मरनाइयां गांव में देखने का दावा किया था।