बोले.. हम पीएम मोदी के देश व योगी सरकार के यूपी में सुशासन व भाजपा की लोक हितैषी योजनाओं के जरिये उतरेंगे चुनाव मैदान में…
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पिछले 9 साल तक जालंधर में कांग्रेस का सांसद था लेकिन विकास बिल्कुल नहीं दिखता, केंद्र से स्मार्ट सिटी के लिये आया पैसा कहां लगा सांसद ने ये भी नहीं पूछा। किसी के पार्टी से जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। हम पीएम मोदी और केंद्र सरकार के विकास, योगी सरकार के यूपी में सुशासन और भाजपा की लोक हितैषी योजनाओं के जरिये चुनाव मैदान में उतरेंगे। इन बातों का प्रगटावा गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने आज जालंधर पहुंचने पर किया। उन्होंने कहा कि भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी है और एक नेता के चले जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। वार्ता के दौरान विजय रुपाणी ने कहा कि मोहिंदर भगत के पिता जनसंघ से जुड़े रहे और भाजपा में उन्होंने सेवा की, पार्टी उनका सम्मान करती है लेकिन एक नेता के जाने से वेस्ट विधानसभा में पार्टी का कैडर खत्म नहीं हो जाता क्योंकि नेता नहीं वोटर भाजपा का आधार हैं। उन्होंने पंजाब की आप सरकार पर बरसते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों ने आम आदमी पार्टी ने लोक लुभावन वादों, नशे के खात्मे, इंडस्ट्री का विकास और लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने के वादों पर लड़ा और सरकार बनते ही काम उसके उलट हुये। आज पंजाब की जवानी नशे के दलदल में फंसती जा रही है। व्यापारी परेशान हैं। आये दिन पैसे देने की धमकियां मिलती हैं और ना देने पर गोलियां मार दी जाती हैं। हम बदलाव के लिये आये हैं और मोदी है तो मुमकिन हैं। जालंधर से अटवाल को संसद भेजिये, हम एक साल में जालंधर का कायाकल्प कर देंगे, भष्ट्राचार खत्म कर जिले को विकास के पथ पर ले आयेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब में उप-चुनाव अकेले दम पर लड़ रही है, दिग्गज नेता रहे चरणजीत अटवाल और उनके पुत्र रिंकू अटवाल, जो जालंधर से उम्मीदवार हैं जमीन से जुड़े नेता हैं जिन्हें पार्टी ने टिकट दी है। भाजपा लोगों के विश्वास पर खरी उतरेगी। इस दौरान पंजाब प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि जालंधर में स्मार्ट सिटी का 900 करोड़ से अधिक का पैसा आया, पर शहर में कोई विकास नहीं हुआ। केंद्रीय मंत्री भी जालंधर दौरे पर आये और स्मार्ट सिटी के पैसों में गबन की बात कही लेकिन जांच अब तक नहीं हुई, क्यों ? अश्वनी शर्मा ने कहा कि जालंधर को सिर्फ नाम के लिये स्मार्ट सिटी कहा जाता है, शहर को विकसित करने के लिये जो पैसा आया उसे नेता खा गये। वहीं पंजाब की शराब पॉलिसी भी दिल्ली की तरह हैं और इसकी आंच जल्द पंजाब के नेताओं तक पहुंचेगी। उन्होंने स्मार्ट सिटी के पैसे में हेरफेर और शराब पॉलिसी के खिलाफ जांच के लिये केंद्र को लिखा है। इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री और उपचुनाव प्रभारी सोम प्रकाश, पंजाब प्रधान और चुनाव सह प्रभारी केवल सिंह ढिल्लों, पंजाब प्रधान अश्वनी शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया, जालंधर प्रधान सुशील शर्मा और अन्य उपस्थित थे।