बोले.. विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था अतीक व उसका भाई अशरफ, इसलिए हमने मार डाला
टाकिंग पंजाब
प्रयागराज। अतीक व अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय लाया गया था। पुलिस की गाड़ी से उतर कर दस कदम चले थे कि उनके ऊपर हमला कर दिया गया। इनदोनों को बहुत करीब से गोली मारी गई। माफिया अतीक व उसके भाई अशरफ को मारने वाले आरोपियों का बयान सामने आया है। इन आरोपियों का कहना है कि अतीक का पाकिस्तान से संबंध था।
उसने और उसके गैंग में शामिल सदस्यों ने तमाम निर्दोष लोगों का कत्ल किया था। अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था। इसलिए हमने दोनों को मार डाला। काल्विन अस्पताल में दोनों भाईयों की हत्या करने के आरोपियों ने पुलिस के सामने यह बयान दिया है।आरोपी लवलेश तिवारी बांदा, सनी पुराने हमीरपुर व अरुण मौर्या कासगंज का रहने वाला है। तीनों अलग-अलग मामलों में पहले जेल जा चुके हैं।
अधिकारियों ने जब उनसे सवाल किए तो पहले अलग-अलग बयान दिए मगर कड़ाई से पूछताछ में हत्या की कहानी बयां कर दी। कहा कि माफिया अतीक का न केवल पाकिस्तान और उसकी खूफिया एजेंसी आइएसआइ से संबंध था। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से भी कनेक्शन सामने आया था। अतीक गैंग के लोग लगातार लोगों को परेशान कर रहे और हत्या भी करते थे। इसकी वजह से लोग खौफजदा थे। पुलिस यह पता लगा रही है कि आरोपित कब और कैसे प्रयागराज आए थे। उनका स्थानीय मददगार कौन-कौन हैं।
पुलिस घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कैमरा और आइडी लेकर आरोपित कब और कैसे अस्पताल में दाखिल हुए थे। माफिया के वकील विजय मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि घटना मेरे सामने हुई है। पुलिस अतीक व अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय लाई थी। दोनों पुलिस की गाड़ी से उतर कर दस कदम चले थे कि उनके ऊपर हमला कर दिया गया। दोनों को बहुत करीब से गोली मारी गई।