2017 के पुलवामा हमले में भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने किया था स्टील की गोलियों से वार…
टाकिंग पंजाब
जम्मू। पुंछ में भारतीय सेना के वाहन पर हुए हमले को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार सेना के वाहन पर हमला करने के लिए पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की जम्मू-कश्मीर में सक्रिय प्रॉक्सी विंग पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने स्टील की गोलियों का इस्तेमाल किया था जो चीन में बनाई जाती हैं। चीन में बनाने के बाद स्टील की इन गोलियों को पाकिस्तान में पहुंचाया जाता है फिर वहां से ये गोलियां, कश्मीर घाटी में आतंकियों के पास पहुंचती हैं। आपको बता दें कि, साल 2017 में हुए पुलवामा हमले में भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने आर्मर पियर्सिंग इन्सेंडरी यानि स्टील की गोलियों का इस्तेमाल किया था। स्टील की इन गोलियों का वार झेलने की क्षमता ‘लेवल-4’ बुलेटप्रूफ कवच में होती है। ज्यादातर बुलेटप्रूफ वाहन व जैकेट ‘लेवल 3’ श्रेणी वाले होते हैं जो इन स्टील की गोलियां के आगे बेअसर है। अभी देश में हर जगह पर ‘लेवल-4’ बुलेटप्रूफ कवच उपलब्ध नहीं है व इस कवच को केवल चुनींदा ऑपरेशनों में ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, आर्मी या किसी अन्य फोर्स में आर्मर पियर्सिंग इन्सेंडरी यानि स्टील की गोलियों का इस्तेमाल, गैर-कानूनी है। यहां तक कि ‘नाटो’ ने भी स्टील की गोलियों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है परंतु चीन व पाकिस्तान में इन गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है।