वहीं, राज्यसभा में कांग्रेसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को सभापति ने सदन से बाहर जाने को कहा व बचे हुए सत्र के लिए किया सस्पेंड…
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने कल हुई संसद सुरक्षा चूक के मामले को लेकर कई सवाल उठाए। जैसे ही स्पीकर ओम बिड़ला लोकसभा पहुंचे तो विपक्षी सांसदों ने संसद की सुरक्षा को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की। स्पीकर ओम बिड़ला ने सभी को शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि कल हुई घटना से सभी चिंतित हैं, ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी व इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि सभी ने कल की घटना की निंदा की है। स्पीकर ने मामले का संज्ञान ले लिया है। हमें सतर्क रहना होगा कि हम संसद में दाखिल होने के लिए किसे पास मुहैया कर पाते हैं। सांसदों को ध्यान रखना होगा कि ऐसे लोगों को पास न दें जो अराजक माहौल पैदा कर सकें। भविष्य में सारी सावधानी बरती जाएगी। संसद में हुई सुरक्षा चूक को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैम्बर में हुई मीटिंग के बाद I.N.D.I.A गठबंधन के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात करने का फैसला लिया। वह राष्ट्रपति से मुलाकात का समय मांगेंगे व इस मुद्दे पर दोनों सदनों में अमित शाह के बयान की भी मांग की जाएगी। इतना ही नहीं, संसद सुरक्षा चूक के मामले को लेकर राज्यसभा में भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया व सांसदों ने नारे लगाते हुए संसद की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस की मांग की। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन सदन के वेल में आ गए जिसपर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ी आपत्ति जताई। सभापति जगदीप धनखड़ ने डेरेक ओ’ब्रायन से कहा कि आप क्या कर रहे हैं। आप विशेषाधिकार का उल्लंघन कर रहे हैं। आपका व्यवहार देखकर मेरा सिर शर्म से झुक रहा है परंतु उनके न मानने पर सभापति ने उन्हें फौरन सदन से बाहर जाने को कहा जिसके बाद डेरेक को बचे हुए सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया।