माता-पिता, दादा, नाना-नानी व अन्य परिवार वाले बन रहे हैं अक्षिता का हौंसला … कर रही है सफलता की उड़ान भरने की तैयारी
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पढ़ाई हो या खेल, आज के दौर में लड़कियां दुनिया को अपना लौहा मनवा रही हैं। आज के समय में पढ़ाई में लड़कियां इस कदर बाजी मार रही हैं, जिससे यह साबित हो जाता है कि लड़कियां किसी भी तरह से लड़कों से कम नहीं हैं। ऐसी ही सेंट जोसफ स्कूल में दसवीं की परीक्षा देने वाली अक्षिता दत्ता है, जिसने ने 97.4 प्रतिशत अंक लेकर लड़कों को पीछे छोड़ दिया है। आईसीएससी बोर्ड में पढने वाली अक्षिता दत्ता की मेहनत से उसका परिवार काफी खुश है। अक्षिता दत्ता का कहना है कि वह इसके आगे नॉन मैडीकल की पढ़ाई करके कंप्यूटर इंजीनियर की पढ़ाई करना चाहती है।
अक्षिता दत्ता का सपना है कि वह एक बढ़िया कंप्यूटर इंजीनियर बने व अपने माता-पिता, दादा दादी, नाना-नानी व अन्य परिवार वालों के सपने को पूरा करे। अक्षिता अपनी पढ़ाई को सबसे ऊपर रखती है व दिन में 8 से 10 घंटे अपनी पढ़ाई को देती है। उसका कहना है कि पढ़ाई करना उसका शौंक बन गया है व पढ़ना व अच्छे अंकों से पास होना, उसका हौंसला बढ़ाता है। वह कंप्यूटर इंजीनियर बनता चाहती है, जिसके लिए उसने तैयारी शुरू कर दी है। अक्षिता दत्ता के परिवार की बात करें तो उसके हर कदम पर उसका साथ देनी वाली उसकी माता नीतू दत्ता व बेटी की हर डिमांड को पूरा करने वाले उसके पिता पंकज दत्ता है। इन दोनों की मेहनत के चलते अक्षिता पढ़ाई में लगातार आगे बढ़ रही है।
इनके अलावा अक्षिता के दादा सुभाष दत्ता जो कि अक्षिता का बेहद ख्याल रखते हैं, उसकी हर जरूरत को पूरा करने व करवाने में उसकी मदद करते हैं, भी अक्षिता की सफलता का एक कारण हैं। इसके अलावा अक्षिता का कहना है कि उसके नाना नंदलाल वैद व नानी कमला वैद भी उसका हौंसला हैं। नाना-नानी ने उसकी हर कदम पर मदद की है। उसका हौंसला बढ़ाया है व उसको हमेशा पॉजीटिव तरीके से आगे बढ़ने में मदद की है। अक्षिता को नाना-नानी से भी काफी प्यार व सहयोग मिला है, जिसके चलते वह हर कदम पर सफलता हासिल कर रही है। अब अक्षिता का सपना है कि वह कंप्यूटर इंजीनियर बनकर अपने माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नाना व परिवार को वह खुशी दे, जो कि वह मुझे इंजीनियर बनता देखना चाहते हैं।